पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय पर आज सफाई कर्मचारियों ओर निगम के शिक्षकों का विशाल धरना प्रदर्शन हो रहा है सभी सफाई कर्मचारी अपने तनख्वाह औऱ खुद को परमानेंट को लेकर यहां पर अड़े बैठे हैं उनका साफ तौर पर कहना है कि दोनों सरकारों के बीच में दिल्ली की सरकार और केंद्र सरकार में हम फंस रहे हैं हम लोगों का घर नहीं चल रहे है यहां पर आज हजारों की संख्या में सभी सफाई कर्मचारी इकट्ठे हुए और अपना प्रदर्शन कर रहे हैं।

वहीं सफाई कर्मचारी का कहना है कि हमें 20 से 25 साल काम करते हो गए हैं हमें अभी तक पक्का नहीं किया गया हमें ना सही लेकिन हमारे आगे बच्चे को तो पक्का किया जाए और चार से पांच महीने तक हम लोगों को सैलरी नहीं मिलती वहीं शिक्षकों का कहना है कि हमें 10 साल तक काम करवाया उसके बाद उन्होंने अब हमें घर पर बैठा दिया है हमने कई जगह अपनी दरखास दी है लेकिन हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही अब हम क्या करें हमारे बच्चे जहां स्कूलों में पढ़ते हैं स्कूल से नोटिस आया हुआ है क्योंकि हमारे पास पैसे नहीं है हमने बच्चों की फीस नहीं भरी अब देखना यह होगा कि निगम के शिक्षक और सफाई कर्मचारी दोनों का क्या होता है।

वही दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि दिल्ली को साफ सुथरा रखने की जो बातें करते हैं वह दिल्ली में कूड़ा कूड़ा कर रहे हैं बीजेपी की सरकार ने कर्मचारियों का वेतन नहीं दिया इसलिए कर्मचारी गुस्से पर है इसका गुस्सा दिल्लीवासियों को झेलना पड़ रहा है। दूसरी तरफ बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि कर्मचारियों को वेतन भी देंगे लेकिन दिल्ली सरकार भेदभाव कर रही है निगम के कर्मियों को हड़ताल के लिए उकसा रहे हैं मैं जनता से यह सवाल पूछना चाहता हूं कि अरविंद केजरीवाल के आने पर ही निगम की हड़ताल क्यों हुई है।
वहीं विपक्ष नेता मनोज त्यागी आम आदमी पार्टी से उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल की जिम्मेदारी बीजेपी की है क्योंकि वह निगम में शासन में है कर्मचारियों को वेतन देने में फेल है। मैनेजमेंट कर्मचारियों को पक्का करने में फेल है। हर तरह से यह सरकार फेल है अगर इनसे निगम नहीं चलता तो यह हमें दे दें हम निगम चला कर दिखाएंगे