कोरोना के केस बढ़ने के साथ ही विभिन्न राज्यों में पाबंदियों का दौर शुरू हो चुकी है। हरियाणा, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन जैसी पाबंदिया लगा दी गई हैं। वहीं दिल्ली और महाराष्ट्र उन प्रदेशों में शामिल हैं जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। इन दोनों राज्यों में भी लॉकडाउन का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अभी घबराने की जरूरत नहीं, वहीं महाराष्ट्र से खबर है कि लॉकडाउन पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे करेंगे। कर्नाटक में सरकार ने चार दिन की मोहलत दी है और कहा है कि यदि चार दिन में हालात नहीं सुधरे तो लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।
5% पॉजिटिविटी रेट पर लॉकडाउन संभव
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना के केस बढ़े हैं। बीते 24 घंटों में भी यहां 4100 नए मरीज मिले हैं। आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के उपाय को लागू किया। इसके तहत राजधानी को येलो अलर्ट के तहत रखा गया है और रात का कर्फ्यू लगाने के साथ ही स्कूल, कॉलेज, मूवी थिएटर और जिम बंद किए गए हैं। सरकार द्वारा तैयार किए गए जीआरएपी के अनुसार, अगर कोविड-19 की सकारात्मकता दर पांच प्रतिशत के आंकड़े को पार करती है और लगातार दो दिनों तक इससे ऊपर रहती है, तो दिल्ली को ‘रेड’ अलर्ट में रखा जाएगा और पाबंदियां बढ़ाई जाएंगी।
क्रूज पर कोरोना की सवारी
मुंबई से गोवा जा रहा एक क्रूज पर सवार 2,000 से अधिक यात्रियों में कोरोना का खतरा पैदा हो गया है। दरअसल, क्रूज के क्रू के कुछ सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद सभी 2000 यात्रियों की जांट की जा रही है। जानकारी मिलने के बाद किसी भी यात्री को क्रूज से नहीं उतरने दिया गया।
कर्नाटक में चार दिन बाद लग सकता है लॉकडाउन
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के लोगों से संक्रामक वायरस के प्रसार को रोकने में सरकार के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। लॉकडाउन के बारे में बोम्मई ने कहा, हमारा रुख बहुत स्पष्ट है। अतीत में, लॉकडाउन लगाया गया था। फिर से ऐसा नहीं होना चाहिए। इसके लिए हम कड़े कदम उठा रहे हैं। लोगों को हमारे साथ सहयोग करना होगा। महाराष्ट्र के पड़ोसी जिलों को अतिरिक्त सतर्क रहने के लिए कहा गया है क्योंकि महाराष्ट्र में मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। राज्य में अब सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं। उन्होंने साफ किया कि यदि हालात नहीं सुधरे तो चार दिन बात सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।