नई दिल्ली
राजधानी में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामले बड़े खतरे का संकेत दे रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि देश में तीसरी और दिल्ली में पांचवीं लहर आ चुकी है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आज लगभग 10,000 पॉजिटिव मामले आएंगे और पॉजिटिविटी रेट लगभग 10% होगा। एक दिन पहले मंगलवार को दिल्ली में कोविड-19 के 5500 नए मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 8.5 प्रतिशत दर्ज की गई थी। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर वीकेंड कर्फ्यू लगाने का भी फैसला लिया गया। चिंता इस बात की ज्यादा है कि अगर इतनी पाबंदियों के बाद भी कोरोना केस बढ़ेंगे तो हालात बिगड़ सकते हैं और जल्दी ही 1 लाख केस रोज आने लगेंगे।
डॉक्टर हो रहे पॉजिटिव, कैसे होगा इलाज?
राष्ट्रीय राजधानी में एम्स के कम से कम 50 चिकित्सक, जबकि सफदरजंग अस्प्ताल के 26 चिकित्सकों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के 38 चिकित्सक सहित 45 स्वास्थ्य कर्मी पिछले कुछ दिनों में संक्रमित हुए हैं। हिंदू राव अस्पताल के कम से कम 20 चिकित्सक संक्रमित हो गए हैं। वहीं, दिल्ली सरकार द्वारा संचालित लोकनायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल की उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ऋतु सक्सेना ने कहा कि संस्थान के सात चिकित्सक संक्रमित हुए हैं, उनमें से तीन को विशेष वार्ड में रखा गया है जबकि शेष घर पर पृथकवास में हैं।