इंदौर: ड्रग तस्करी कर सप्लाई करने वाले अभिषेक जैन के नाम पर दो कंपनियां भी मिली हैं। आलीराजपुर के रहने वाले अभिषेक जैन को न्यायालय ने ड्रग तस्करी में सजा सुनाई थी। जेल से जमानत पर छूटे ड्रग पैडलर ने कोरोना काल में अपना फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पेश कर जेल के रिकार्ड में खुद को मृत घोषित करवा दिया था। अब उसके नाम पर कंपनियां रजिस्टर्ड मिलने के बाद मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में शिकायत की गई है।
गुरुवार को मामले में एक शिकायत ईडी के इंदौर स्थित सब जोनल कार्यालय पहुंची। शिकायतकर्ता ने कंपनी के रजिस्ट्रेशन संबंधित दस्तावेज पेश करते हुए लिखा कि सजायाफ्ता ड्रग पैडलर ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र से खुद को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी उसके नाम से रजिस्टर्ड कंपनियां संचालित होती रहीं। एक कंपनी ग्लोरी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स प्रालि है। ग्वालियर कंपनी रजिस्ट्रार में पंजीकृत इस कंपनी में उसने अपने घर 21 प्रतापगंज मार्ग आलीराजपुर का पता दिया है। इस कंपनी का सालाना टर्न ओवर 50 लाख रुपये से अधिक है।
एक कंपनी में मां भी है डायरेक्टर – जैन ने शत्रुनुजंय फूड प्रालि नामक एक और कंपनी भी स्थापित की है। इसमें अभिषेक जैन के साथ उसकी मां सीमा जैन भी डायरेक्टर है। खास बात यह कि सीमा जैन भी फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पेश करने के मामले में आरोपित है और फरार घोषित कर दी गई है। शक जताया जा रहा है कि कंपनियों के जरिए फर्जी कारोबार दिखाकर ड्रग तस्करी की कमाई को सफेद किया गया।