असल न्यूज़: कुंडली-मानेसर-पलवल मार्ग (केएमपी एक्सप्रेस-वे)पर 30 जुलाई की रात लोगों की असंवेदनशीलता नजर आई। एक अज्ञात युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। रातभर उसका शव सड़क पर पड़ा रहा। उसके ऊपर से वाहन गुजरते रहे। शव क्षत-विक्षत हो गया। सवाल उठता है कि रातभर युवक का शव सड़क पर पड़ा रहा और पुलिस को भनक तक न लगी, तो क्या पेट्रोलिंग सिर्फ कागजों पर हो रही है?
इस दौरान सैकड़ों वाहन वहां से गुजरे होंगे, लेकिन किसी वाहन चालक ने भी पुलिस को सूचना तक नहीं दी। सुबह जानकारी मिलने पर पुलिस ने सड़क से खुरचकर शव के हिस्सों को उठाया और पोस्टमार्टम को भिजवाया। पुलिस ने चौकीदार की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। बढ़मलिक के रहने वाले सुखलाल सिंह ने पुलिस को बताया कि वह गांव के चौकीदार हैं। वह 31 जुलाई की सुबह को पानीपत-अंबाला जा रहे थे।
जब वह सुबह करीब साढ़े छह बजे केएमपी पर खरखौदा की साइड में जा रहे हाईवे पर पहुंचे तो वहां सड़क पर एक युवक का शव पड़ा हुआ था। शायद उसकी मौत सड़क हादसे में हुई थी। मृतक युवक की उम्र लगभग 30 साल है। उसके ऊपर से कई वाहन होकर निकल गए थे, जिससे शव का ऊपर का हिस्सा पूरी तरह से क्षति विक्षत हो गया।
उसकी पहचान होना संभव नहीं है। पुलिस ने चौकीदार सुखलाल की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस के अनुसार मृतक के पास से मोबाइल या किसी तरह का ऐसा दस्तावेज नहीं मिला है जिससे कि उसकी पहचान की जा सके।
सवालों के घेरे में पुलिस की निगरानी
हाईवे पर अवैध रूप से वाहनों को पार्क होने से रोकने के लिए भी पुलिस की निगरानी के आदेश हैं। उसके बावजूद पुलिस हाईवे पर गश्त नहीं करती है। यदि पुलिस की पेट्रो¨लग हुई होती तो केएमपी पर पड़ा शव पुलिस के संज्ञान में आता और समय रहते उसको हटवाया जा सकता था। एसएचओ राई इंस्पेक्टर देवेंद्र शर्मा का कहना है कि केजीपी-केएमपी पर रात में पुलिस जिप्सी की तैनाती थी। उनको हादसे की जानकारी क्यों नहीं हुई, इसकी जांच कराई जाएगी।
वीरेंद्र सिंह, डीएसपी का कहना है कि पुलिस को सुबह को केएमपी पर एक्सीडेंट में युवक की मौत की सूचना मिली थी। पुलिस के पहुंचने तक शव के ऊपर से लगातार वाहन निकल रहे थे। इससे शव बुरी तरह से कुचल गया था। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। शव को पोस्टमार्टम को भेजकर हमारी टीम जांच में जुटी है।
एक्सप्रेस- वे पर हुआ सड़क हादसा, रातभर युवक के शव के ऊपर से गुजरते रहे वाहन
कुंडली-मानेसर-पलवल मार्ग (केएमपी एक्सप्रेस-वे)पर 30 जुलाई की रात लोगों की असंवेदनशीलता नजर आई। एक अज्ञात युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। रातभर उसका शव सड़क पर पड़ा रहा। उसके ऊपर से वाहन गुजरते रहे। शव क्षत-विक्षत हो गया। सवाल उठता है कि रातभर युवक का शव सड़क पर पड़ा रहा और पुलिस को भनक तक न लगी, तो क्या पेट्रोलिंग सिर्फ कागजों पर हो रही है?
इस दौरान सैकड़ों वाहन वहां से गुजरे होंगे, लेकिन किसी वाहन चालक ने भी पुलिस को सूचना तक नहीं दी। सुबह जानकारी मिलने पर पुलिस ने सड़क से खुरचकर शव के हिस्सों को उठाया और पोस्टमार्टम को भिजवाया। पुलिस ने चौकीदार की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। बढ़मलिक के रहने वाले सुखलाल सिंह ने पुलिस को बताया कि वह गांव के चौकीदार हैं। वह 31 जुलाई की सुबह को पानीपत-अंबाला जा रहे थे।
जब वह सुबह करीब साढ़े छह बजे केएमपी पर खरखौदा की साइड में जा रहे हाईवे पर पहुंचे तो वहां सड़क पर एक युवक का शव पड़ा हुआ था। शायद उसकी मौत सड़क हादसे में हुई थी। मृतक युवक की उम्र लगभग 30 साल है। उसके ऊपर से कई वाहन होकर निकल गए थे, जिससे शव का ऊपर का हिस्सा पूरी तरह से क्षति विक्षत हो गया।
उसकी पहचान होना संभव नहीं है। पुलिस ने चौकीदार सुखलाल की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस के अनुसार मृतक के पास से मोबाइल या किसी तरह का ऐसा दस्तावेज नहीं मिला है जिससे कि उसकी पहचान की जा सके।
सवालों के घेरे में पुलिस की निगरानी
हाईवे पर अवैध रूप से वाहनों को पार्क होने से रोकने के लिए भी पुलिस की निगरानी के आदेश हैं। उसके बावजूद पुलिस हाईवे पर गश्त नहीं करती है। यदि पुलिस की पेट्रो¨लग हुई होती तो केएमपी पर पड़ा शव पुलिस के संज्ञान में आता और समय रहते उसको हटवाया जा सकता था। एसएचओ राई इंस्पेक्टर देवेंद्र शर्मा का कहना है कि केजीपी-केएमपी पर रात में पुलिस जिप्सी की तैनाती थी। उनको हादसे की जानकारी क्यों नहीं हुई, इसकी जांच कराई जाएगी।
वीरेंद्र सिंह, डीएसपी का कहना है कि पुलिस को सुबह को केएमपी पर एक्सीडेंट में युवक की मौत की सूचना मिली थी। पुलिस के पहुंचने तक शव के ऊपर से लगातार वाहन निकल रहे थे। इससे शव बुरी तरह से कुचल गया था। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। शव को पोस्टमार्टम को भेजकर हमारी टीम जांच में जुटी है।