नई दिल्ली। देवोत्थान सेवा समिति (पंजी.) व उनकी सहयोगी संस्थाओ के तत्वावधान में पितृपक्ष की ऐतिहासिक 21 वीं अस्थि कलश विसर्जन यात्रा की तैयारियां जोरों पर है। समिति के अध्यक्ष अनिल नरेन्द्र ने बताया कि समिति पिछले 20 वर्षों करीब 1,50,901अस्थि कलशो का वैदिक रीति से विसर्जन कर चुकी है। उन्होंने बताया कि इस दौरान पूरे भारतवर्ष के अतिरिक्त दो बार पाकिस्तान से व एक एक बार सिंगापुर और दुबई से भी अस्थि कलशो का संग्रहण किया गया था।
नरेन्द्र ने कहा कि इस बार भी हमारी टीम के सदस्यों ने हजारों अस्थि कलशो को एकत्रित कर लिया है
जिनकी साफ सफाई 21 सितम्बर को की जाएगी और 23 सितम्बर 2022 शुक्रवार को सभी संग्रहित अस्थि कलशो के साथ यात्रा सुबह 10 बजे हरिद्वार के लिए रवाना होगी और अगले दिन 24 सितम्बर शनिवार को कनखल , हरिद्वार के सतीघाट पर वैदिक रीति व 100 किलो दूध की धारा के साथ सामूहिक विसर्जन किया जाएगा। समिति के महामंत्री व यात्रा संयोजक विजय शर्मा ने बताया,कि इस बार हिमाचल प्रदेश से हमारे प्रांत प्रमुख पवन शर्मा “बंटी” व उनके सहयोगी सुशील कुमार के माध्यम से 168 अस्थि कलश दिल्ली के निगम बोध घाट पर प्राप्त हुए है

जिन्हें शारदा प्रसाद गुप्ता और नरेश कुमार ने ससम्मान उन्हें संग्रहण स्थल पर विराजमान किया है।श्री शर्मा ने बताया कि दिल्ली के यूथ कहे जाने वाले हमारे बच्चे इस बार भी बढ़चढ़ कर इस बार भी हिस्सा ले रहे हैं। राजधानी दिल्ली से करीब 150 श्रद्धालुओं का काफिला 23 सितम्बर को प्रातः 10 बजे हरिद्वार के लिए रवाना होगा।