तिहाड़ जेल का सीसीटीवी फुटेज अब लीक करना संभव नहीं होगा। तिहाड़ जेल में टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का सीसीटीवी फुटेज के लीक होने के बाद जेल प्रशासन की काफी किरकिरी हुई है। उसके बाद जेल प्रशासन ने फैसला किया है कि अब जेल का सीसीटीवी फुटेज केवल दो ही स्तरों पर डाउनलोड होगा। जेल महानिदेशक कार्यालय की ओर से जारी आदेश के बाद या फिर जेल अधीक्षक की अनुमति से इसे डाउनलोड किया जा सकेगा। यह भी बताना होगा कि फुटेज को किस मकसद से डाउनलोड किया जा रहा है।
तिहाड़ जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में गैंगस्टर टिल्लू की हत्या के बाद दो सीसीटीवी फुटेज सामने आई। जिसमें जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लग गया। एक फुटेज में देखा गया कि किस तरह से विरोधी गैंग के बदमाशों ने टिल्लू ताजपुरिया की हत्या की। वहीं दूसरे फुटेज ने सबको झकझोर कर रख दिया। जिसमें साफ देखा गया कि तमिलनाडु पुलिस कर्मियों के सामने ही हमलावरों ने टिल्लू पर घातक हथियार से हमला करते रहे और पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे। इसके बाद जेल प्रशासन की ओर से फुटेज डाउनलोड करने के लिए एक फरमान जारी किया गया है। जेल सूत्रों का कहना है कि फुटेज डाउनलोड करने के लिए एक रजिस्टर पर सारी जानकारी मुहैया करवानी होगी। इसमें यह लिखना होगा कि अदालत या किस जांच एजेंसी के लिए फुटेज के किसी खास हिस्से को डाउनलोड करना है। इसके साथ ही यह भी लिखना होगा कि किस अधिकारी को फुटेज सौंपा गया है।
सीसीटीवी फुटेज लीक करने वाले की तलाश जारी
टिल्लू हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज लीक करने वाले की लगातार तलाश की जा रही है। फुटेज लीक करने वालों में जेल अधिकारी या फिर पुलिस के अधिकारी शामिल हो सकते हैं। जेल प्रशासन आंतरिक स्तर पर इसकी जांच कर रही है। इसके लिए जेल के अधिकारी और वार्डर स्तर के कर्मी से पूछताछ की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि हत्याकांड के बाद इसकी फुटेज को पुलिस अधिकारियों को भी मुहैया करवाई गई थी। इसमें पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।