फरीदाबाद के गांव पावटा में शनिवार देर रात हुए एनकाउंटर के बाद से पुलिस विभाग में हलचल का माहौल है। पुलिस ने थाना धौज में जो शिकायत दी है उसके मुताबिक पुलिस आरोपी बिल्लू के पैर में गोली मारना चाहती थी। गोली लगने से ठीक पहले वह नीचे बैठ गया और गोली उसके पेट में जा लगी।
पुलिस उसे लेकर बीके अस्पताल पंहुची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दरअसल आरोपी बिल्लू पर पहले जो केस दर्ज हैं उनमें ज्यादातर पर वह जमानत पर बाहर है। एक मामले में आरोपी पर गिरफ्तारी बकाया थी। जहां पुलिस ने आरोपी पर गोली चलाई, वहां से आरोपी का घर मात्र 500 मीटर की दूरी पर है।
हवाई फायर के बाद पुलिस आरोपी को घर से भी गिरफ्तार कर सकती थी। पुलिस की शिकायत के मुताबिक, अकेला बिल्लू गाड़ी से उतर कर भागा जबकि दो को आसानी से गाड़ी सहित ही पकड़ लिया गया। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि अपनी वाहवाही के लिए पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें बिल्लू की जान गई।
आरोप है कि नए पुलिस आयुक्त की नजरों में आने के लिए पुलिस टीम ने गोली चला दी जबकि पुराने सभी मामलों में आरोपी बिल्लू को पुलिस पहले आसानी से गिरफ्तार करती रही है। सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है कि गोली कमर के नीचे से लगकर दाहिनी तरफ नीचे से ऊपर की तरफ पसलियों को तोड़ती हुई निकल गई।
नीचे बैठने पर गोली कमर से होकर पेट को चीरते हुए बाहर आनी चाहिए थी। हालांकि पोस्टमार्टम की डिटेल रिपोर्ट आने में अभी समय लगेगा। ग्रामीणों ने बिल्लू के अंतिम संस्कार से पहले सोमवार को गांव में ही महापंचायत का आह्वान किया है। पंचायत ही निर्णय लेगी कि मृतक का अंतिम संस्कार कब किया जाएगा।
सात साल पहले हुई थी शादी, इकलौता लड़का था मृतक
मृतक बल्लू की शादी करीब सात साल पहले नूंह पुन्हाना के गांव डुडोली में हुई थी। उसके दो बेटे और एक बेटी है। परिजनों के मुताबिक, वह खेतीबाड़ी करता था। पिता रमेश भड़ाना ने बताया कि बल्लू उनका इकलौता बेटा था। उसकी दो बहनें हैं। वह पिता के साथ ही गांव में खेती बाड़ी का काम करता था। दादा देवीराम भड़ाना गांव के नंबरदार हैं।
नेताओं का लगा रहा तांता, दिन भर रहा तनाव का माहौल
बीके अस्पताल में रविवार को दिन भर तनाव का माहौल बना रहा। मौके पर एनआईटी विधायक नीरज शर्मा, कांग्रेसी नेता विजय प्रताप, आम आदमी पार्टी के नेता धर्मवीर भड़ाना, जिला पार्षद हरेंद्र भड़ाना सहित कई नेता पंहुचे और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शाम करीब चार बजे लोग प्रर्दशन करते हुए बीके चौक की तरफ बढ़ने लगे। डीसीपी एनआईटी नरेंद्र कादयान की अगुवाई में सभी क्राइम ब्रांच व आसपास की थाना पुलिस ने लोगों को चौक से पहले ही रोक लिया। करीब दो घंटे तक लोग धरने पर बैठे रहे। देर शाम पुलिस के समझाने पर लोगों ने धरना खत्म किया।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हुआ पोस्टमार्टम
परिजनों की मांग और न्यायिक प्रकिया को देखते हुए पुलिस ने इलाका मजिस्ट्रेट गौरांग शर्मा की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम हाउस से निकलते समय कुछ ग्रामीणों ने न्यायाधीश गौरांग शर्मा की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने युवकों को पहले ही गाड़ी के सामने से दबोच लिया। परिजनो ने अभी शव नहीं लिया है। मृतक बल्लू के खिलाफ मुजेसर, सारन और थाना सेक्टर 58 में लूट, स्नैचिंग व अवैध हथियार सहित लड़ाई झगड़े के चार मामले मुकदमे दर्ज हैं।