असल न्यूज़: राजधानी में प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है. हालांकि हाल ही में दिल्ली सरकार की ओर से आंकड़े जारी कर कहा गया है कि दिल्ली में प्रदूषण स्तर में कमी आई है. इतना ही नहीं सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट की हालिया रिपोर्ट में भी प्रदूषण के औसत सालाना स्तर के मामले में दिल्ली का चौथा स्थान है. जबकि गाजियाबाद, नोएडा और भिवाड़ी इससे आगे हैं.
दिल्ली में घटते प्रदूषण को लेकर राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि इसमें दिल्ली के लोगों का भी योगदान है जिन्होंने अपने घरों में औषधीय पौधे लगाए. राजधानी में लाखों की संख्या में पौधारोपण हुआ है. दिल्ली वन विभाग की ओर से 13 औषधीय पौधों के बारे में बताया गया है, जिन्हें अपने घरों में लगाकर दिल्लीवासी प्रदूषण नियंत्रण में योगदान दे सकते हैं. साथ ही ये कोरोना महामारी के दौरान भी लाभदायक हैं.
ये हैं 13 प्रकार के औषधीय पौधे
दिल्ली वन विभाग की ओर से 13 औषधीय पौधे चुने गए हैं. जो वायुमंडल को शुद्ध करने के साथ ही इनके सेवन से इम्यूनिटी को मजबूत किया जा सकता है. ये हैं, करी पत्ता, नीम, गिलोय, तुलसी, बेल पत्र, नीबू, एलोवेरा, बहेड़ा, जामुन, आंवला, अर्जुन, सहजन और अमरूद का पौधा

दिल्ली यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क स्थित वैज्ञानिक फैय्याज खुद्सर कहते हैं कि पौधे हमारे लिए बहुत जरूरी हैं और उनमें भी ये 13 पौधे हों तो बेहतर है. इनके साथ ही पीपल, गुड़हल चौड़े पत्ते वाले सभी पौधे पर्यावरण को शुद्ध रखने का काम करते हैं. यहां तक कि कई अध्ययनों में भी सामने आया है कि चौड़े पत्तों पर धूल और प्रदूषित कण इकठ्ठे हो जाते हैं और वातावरण में उड़कर सांस के द्वारा अंदर नहीं जाते.
दिल्ली से विदेशी कीकर हटेगी
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली में करीब 423 हेक्टेयर जमीन पर विदेशी कीकर लगी हुई है. पर्यावरण के लिहाज से देखें तो इसका कोई उपयोग नहीं है. न ही यह प्रदूषण को कम करने में सहायक है और न ही पर्यावरण और हवा को शुद्ध करती है. ऐसे में इसे हटाया जाएगा. उन्होंने दिल्लीवासियों से अपने-अपने घरों के अलावा पार्कों, सार्वजनिक जगहों पर 13 औषधीय पौधे लगाने की मांग की है. ताकि दिल्ली को और भी बेहतर बनाया जा सके.