कहते हैं होनहार बिरबान के होत चिकने पात अथार्त होशियार बच्चों की अलग ही बात होती है। एक ही परिवार के दो बच्चों को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन अवार्ड से सम्मानित किया गया है जिसमें से एक बच्चे ने रिकॉर्ड बनाया है और दूसरे को उसके हुनर के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन से सम्मान मिला है।

21 वर्षीय लॉ की छात्रा सोनल रावत को शिव तांडव स्त्रोतम पर लगातार 5 बार पूरे जोश और ऊर्जा के साथ कत्थक डांस करने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन से सम्मानित किया गया। यह सम्मान प्रमाण-पत्र उन्हें राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा प्रदान किया गया। सोनल ने इस बुलंदी का श्रेय अपनी माँ सोनिया रावत और अपने गुरु को दिया है. जानकारी के मुताबिक़ रिकॉर्ड बनाने से पहले सोनल का स्वास्थय बिगड़ गया था बावजूद इसके उनके गुरु और माँ से मिले प्रोत्साहन की बदौलत वह रिकॉर्ड बनाने में कामयाब रही हैं। सोनल रावत समाजिक कार्यों को लेकर भी चर्चा में रहती हैं अनेक जगह उनके सोशल कामों को लेकर उन्हें सम्मान प्राप्त हुआ है। ठंड के मौसम में अपनी कॉलोनी में स्ट्रीट डॉग्स के लिए उन्होंने शेल्टर्स बनाए हैं शेल्टर होने की वजह से डॉग्स को ठण्ड का सामना नहीं करना पड़ता है साथ ही जिसमें उनके लिए खाना कपड़ा एकत्र करके उनकी देखभाल की जाती है जो एक सराहनीय कदम है। यह उनका पायलट प्रोजेक्ट है इसी तरह के शेल्टर अन्य ब्लॉक में भी लगाये जायेंगे।

वहीं 11 वर्षीय शिवम शर्मा रावत को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन ने तबला में तीन ताल पर गायत्री मंत्र को लगातार एक घंटे एक ही समय में जपने के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान पत्र उन्हें पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा द्वारा दिया गया।

इसके अलावा शिवम शर्मा रावत ने एक किताब लिखी है …’बी पॉजिटिव’.. टुमारो विल बी योर्स’ (Be Positive ) . इस पुस्तक का विमोचन दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना द्वारा किया गया है यह किताब अमेजॉन पर भी उपलब्ध है। ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों के बारे में जानकर दूसरे बच्चों भी को प्रेरणा मिलती है जिससे वह अपने भविष्य में कुछ अच्छा करके अपने जीवन को संवार सकते हैं। माँ सोनिया रावत का कहना है कि दोनों ही बच्चे कड़ी मेहनत करने वाले हैं। एक माता पिता के लिए बच्चों का कामयाब होना सुखद पल होता है। मैं इनके कामों से बेहद खुश हूँ और आशा करती हूँ कि इसी तरह यह अपना भविष्य मजबूत करते रहेंगे।