असल न्यूज़: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने प्रदीप पालीवाल नाम के एक ठग को गिरफ्तार किया है, जो माइनिंग के नाम पर कई लोगों से करोड़ों रुपए ठग चुका है. इतना ही नहीं एक बैंक को भी लोन के नाम पर ये 25 करोड़ रुपये का चूना लगा चुका है. गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी प्रदीप पालीवाल जिम्बाब्वे के मोबाइल नंबर पर टेलीग्राम और व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहा था. साथ ही गिरफ्तारी से बचने के लिए वह हर 24 घंटे में अपना ठिकाना बदल लेता था.
क्रॉस रिवर मॉल के पास से पकड़ा
प्रदीप पालीवाल को पता था कि उसकी गिरफ्तारी एयरपोर्ट पर हो सकती है, इसलिए हवाई उड़ान से यात्रा से परहेज करता था. वह जानता था कि पुलिस के द्वारा उसका एलओसी खोला गया था. वह कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली से यात्रा करने के लिए एक निजी पजेरो वाहन का इस्तेमाल कर रहा था. आर्थिक अपराध शाखा की जॉइंट कमिशनर छाया शर्मा के अनुसार, आरोपी को उसके साथी विनायक भट्ट के साथ शाहदरा इलाके में क्रॉस रिवर मॉल के पास से गिरफ्तार किया गया.
100 करोड़ की ठगी!
बता दें कि सीबीआई ने प्रदीप पालीवाल के खिलाफ मामला भी दर्ज किया हुआ है. वह बड़ी संख्या में लोगों को खदान के लिए प्लॉट दिलाने के नाम पर ठग चुका है. पुलिस का दावा है कि आरोपी लगभग 100 करोड़ की ठगी कर चुका है. लम्बे समय से फरार आरोपी प्रदीप पालीवाल को ईओडब्लू पिछले 1 साल से ट्रैक कर रही थी. आरोपी कहीं भी 24 घंटे से ज्यादा नहीं रूकता था और जगह बदल लेता था. जांच में पुलिस को आरोपी के पास से कई सिम कार्ड बरामद हुए हैं. वह किसी से भी बात करने के लिए व्हाट्सएप कालिंग करता था.