श्रद्धा वॉकर हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला को एक बार फिर शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच श्रद्धा के पिता विकास मदान वॉकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना दर्द साझा किया है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को 18 साल का (बालिग) होते ही जो कानूनी आजादी मिल जाती है, उसमें संशोधन करने की जरूरत है। इसी कानून की वजह से मुझे आज यह दर्द झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आफताब को फांसी होनी चाहिए।
श्रद्धा के पिता ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि तुलिंज पुलिस ने सही समय पर कार्रवाई नहीं की। वह अगर सही समय पर कार्रवाई करती तो आज मेरी बेटी जिंदा होती। अब दिल्ली पुलिस और वसई पुलिस की जांच सही तरीके से चल रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे मेरी बेटी के लिए न्याय चाहिए। आफताब को फांसी की सजा होनी चाहिए। आफताब ने मेरी बेटी का जिस तरह से हत्या की, उसको भी उसी तरह सबक मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने डेटिंग एप सख्ती बढ़ाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि डेटिंग एप पर भी सख्ती बरतनी चाहिए। बच्चों को धर्म की सही शिक्षा मिलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि 18 साल की आयु के बाद व्यक्ति को जो स्वतंत्रता मिल जाती है, उस पर विचार होना चाहिए, क्योंकि उसी कारण से हमें ज्यादा तकलीफ हुई।
आफताब के माता-पिता पर भी विकास मदान वॉकर ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आफताब के माता-पिता से भी पूछताछ होनी चाहिए। उसके मां-बाप और भाई की जांच होनी चाहिए। मामले से संबंधित हर व्यक्ति की जांच होनी चाहिए।