क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी राकेश कुमार की टीम ने पांच दिन पहले गुरुग्राम नहर में हुई युवक की हत्या मामले की गुत्थी सुलझा ली है। प्रेम प्रसंग के चलते युवक की हत्या हुई थी। एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण ने बताया कि आरोपी की पहचान यूपी के कोसी निवासी रामचंद उर्फ राम (23) के रूप में हुई है। आरोपी ने बीबीए की पढ़ाई की है। 3 जनवरी की सुबह पुलिस को गुरुग्राम-फरीदाबाद कैनाल सेक्टर 25 पुल के पास एक शव बरामद हुआ था। चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। क्राइम ब्रांच डीएलएफ को मामले की जांच सौंपी गई। प्रभारी राकेश कुमार के नेतृत्व में एसआई कप्तान, कमलचंद, एएसआई कुलदीप, हवलदार आनंद, जोगेंद्र, सिपाही संदीप, अजीत, विनीत और सुरेंद्र की टीम ने मृतक की पहचान आजमगढ़ निवासी प्रलयनाथ उर्फ राजू (25) के रूप में की। वह संजय कॉलोनी में किराए पर रहता था और प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था।
जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी रामचंद को संजय कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने प्रेम त्रिकोण में रंजिश के चलते प्रलयनाथ की हत्या की थी। मृतक प्रलयनाथ व आरोपी रामचंद एक ही युवती से प्यार करते थे। इस कारण दोनों में विवाद रहने लगा। घटना के दिन आरोपी ने प्रलयनाथ को गुरुग्राम नहर के पास मिलने के लिए बुलाया और सिर में लोहे की रॉड दे मारी।
बेहोश होने पर आरोपी ने चाकू से प्रलयनाथ का गला काट दिया और पहचान छिपाने के लिए चेहरे को पत्थर से कुचल दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मृतक की जेब से फोन, एटीएम, पर्स व पासबुक निकालकर फरार हो गया। आरोपी से लोहे की रॉड और चाकू बरामद कर अदालत से दो दिन की रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान उसके कब्जे से मृतक का फोन, एटीएम, पर्स व पासबुक बरामद की जाएगी।
एक महीने पहले तलाश ली थी हत्या की जगह, बाद में बनाई योजना
प्रलयनाथ की हत्या की योजना आरोपी ने करीब एक माह पहले ही बना ली थी। आरोपी ने सबसे पहले वारजात की जगह तलाश की थी। सूनसान इलाके का चयन करने के बाद आरोपी ने कागज काटने वाला कटर व लोहे की रॉड खरीद कर रख ली। घटना से करीब 15 दिन पहले ही आरोपी हत्या को अंजाम देना चाहता था। उसने बहाने से फोन कर आरोपी को वारदात स्थल के आसपास बुला लिया था। उस दिन मृतक प्रलयनाथ अपने एक दोस्त का साथ आया था।
ये देख आरोपी ने योजना बदल दी और हमला नही किया। कुछ दिन तक आरोपी शांत रहा और मौके की तलाश करता रहा। दो जनवरी की रात आरोपी ने मृतक को दोबारा से उसी जगह पर बुलाया। प्रलयनाथ नशे में मौके पर पंहुच गया। आसान मौका देख आरोपी ने पहले लोहे की रॉड से प्रलयनाथ का सिर फोड़ दिया। इसके बाद धारदार कटर से गला रेत डाला। पहचान छिपाने के लिए आरोपी ने कटर से चेहरे पर कई वार किए और बाद में पत्थर से चेहरा कुचल कर फरार हो गया।
क्राइम ब्रांच ने आरोपी रामचंद्र को घटना के पांच दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने वारदात से करीब 15 दिन पहले हत्या करने का प्रयास किया था लेकिन वह सफल नही हो पाया। आरोपी सेक्टर 24 में ढाबा चलाता है साथ ही जोमेटो के लिए खाना सप्लाई करने का काम भी करता है। आरोपी के घर के पास रहने वाली एक युवती मृतक प्रलयनाथ के साथ नौकरी करती थी। प्रलयनाथ और युवती के बीच कई माह से प्रेम संबध थे।
करीब तीन माह पहले दोनों के बीच संबंध खराब हो गए और युवती आरोपी रामचंद्र के संपर्क में आ गई। युवती ने ही आरोपी और मृतक को आपस में मिलवाया था। थोडी जानपहचान के बाद दोनो आपस में बातचीत भी करने लगे। मृतक प्रलयनाथ ने युवती को एक मोबाइल फोन गिफ्ट में दे रखा था। संबंध खराब होने के बाद वह बार बार युवती पर मोबाइल वापस देने का दबाव बना रहा था। इस बात का पता आरोपी रामचंद्र को लग गया। वारदात के दिन भी आरोपी ने मृतक को मोबाइल देने के बहाने से ही बुलाया था।
शादी करने से पहले पुराना विवाद खत्म करना चाहता था
आरोपी ने पूछताछ में बताया वह युवती से शादी करना चाहता था। उसे लगा शादी के बाद प्रलयनाथ के प्रेम प्रसंग का मामला जीवन में परेशानी खड़ी कर सकता है। बात- बात में कई बार प्रलयनाथ ने युवती को लेकर आपत्तिजनक बातें भी रामचंद्र के सामने कही थी। आरोपी को लगा पुराने संबंध कभी भी वैवाहिक जीवन में आड़े आ सकते हैं। मृतक ने जो मोबाइल युवती को दे रखा था। उसमें भी दोनों की कुछ निजी तस्वीरें थी। आरोपी रामचंद्र ने कई बार मृतक प्रलयनाथ को कहा था कि वह मोबाइल के बदले में पैसे ले ले और बात खत्म करे लेकिन प्रलयनाथ मोबाइल वापस लेने की बात पर ही अड़ा हुआ था।
हत्या के बाद आरोपी ने मृतक के मोबाइल व अन्य पहचान की चीजों को साथ ले लिया था, ताकि पहचान ना हो सके। वारदात में इस्तेमाल हथियार भी घटना स्थल से कुछ दूर ही झाड़ियों में फेंक दिए थे। क्राइम ब्रांच ने आरोपी को दो दिन के रिमांड पर ले रखा है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।