दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी में दाखिले की पहली सूची में बच्चों का नाम नहीं पा सके अभिभावकों के लिए दूसरी सूची में भी अवसर रहेगा। बीस जनवरी को जारी की गई पहली सूची के बाद भी स्कूलों में 20-30 फीसदी सीटें खाली हैं। वहीं, दूसरी सूची में मनपसंद स्कूल मिलने पर अभिभावक पहली वाली सीट छोड़ेंगे। इस कारण से अभिभावकों के पास छह फरवरी को जारी होने वाली सूची में भी दाखिले की गुंजाइश रहेगी।
डीएवी स्कूल की प्रिंसिपल वंदना कपूर ने बताया कि पहली सूची में उनके यहां सामान्य की कुल 112 सीटों में से करीब 80 फीसदी सीटें भर गई हैं। स्कूल ने पहली सूची के लिए 307 बच्चों का चयन किया था। इस तरह से अब भी 20 फीसदी सीटें खाली हैं। प्रिंसिपल ने बताया कि अभिभावकों को निराश होने की जरूरत नहीं है। जब बच्चों का दूसरी सूची में नाम आ जाता है तो वह पहला दाखिला रद्द करा देते हैं। निदेशालय के निर्देशानुसार फीस का कुछ हिस्सा काटकर अधिकतम फीस वापस कर देते हैं।
विद्या बाल भवन स्कूल में सामान्य की कुल 90 सीटें हैैं, इसमें से 60 सीटों पर पहली सूची में अभिभावकों ने अपने बच्चों का दाखिला करा लिया है।
स्कूल प्रिंसिपल डॉ. सतवीर के मुताबिक इस तरह से हमारे पास अब भी तीस सीटों की संभावना बनी हुई हैं। अब जब दूसरी सूची जारी होगी तब इन सीटों के लिए चयनित बच्चों की सूची प्रतीक्षा सूची के साथ जारी कर दी जाएगी।
स्कूल प्राचार्यों का कहना है कि अभिभावकों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं हैं। ऐसे अभिभावक जिनके बच्चे का नाम पहली सूची में नहीं आया है, उन्हें दूसरी सूची का इंतजार करना चाहिए। दूसरी सूची में जहां दाखिला हो रहा है वहां दाखिला जरूर लें। दूसरी सूची के बाद दाखिले की संभावना कम होती है, सीट खाली रहने पर ही स्कूल एक मार्च को तीसरी सूची जारी करेंगे।