छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों देश के साथ विदेशों में भी काफी चर्चित हैं. लोगों से जुड़ी बातों को पर्ची पर लिखने के चलते वह काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. एक तबका इसको लेकर उनकी आलोचना भी कर रहा है. दूसरी तरफ उनके समर्थकों की तादाद हजारों-लाखों में है. धीरेंद्र शास्त्री के देश के अनेक हिस्सों में जाकर दिव्य दरबार लगाते हैं और लोगों को कई असाध्य बीमारियों से निजात दिलाने का दावा करते हैं.
बागेश्वर धाम सरकार के यूट्यूब चैनल पर दिव्य दरबार से जुड़े कई वीडियो पोस्ट किए गए हैं. एक वीडियो में ललितपुर के धवाड़ी (महरौनी) निवासी महेश को दिखाया गया है. वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि वह बनियान में सबसे पीछे बैठे हुए थे. दावा है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री उनके बारे में जाने बगैर उनको अपने पास बुलाते हैं और उनका ब्योरा हासिल करते हैं. महेश का दावा है कि वह यहां किसी को भी अपने बारे में जानकारी नहीं दी थी, इसके बावजूद धीरेंद्र शास्त्री उनके बारे में सबकुछ सही-सही बता देते हैं. वीडियो में बागेश्वर धाम महाराज महेश के बेटे की बीमारी के बारे में भी बताते हैं.

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भारत ही नहीं, बल्कि अन्य देशों में भी चर्चा होने लगी है. पड़ोसी पाकिस्तान में भी उनके नाम के चर्चे हैं. इस बाबत पूछे जाने पर धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि यह सब बालाजी की कृपा है. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री का जन्म एक निम्न मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था. वह बचपन से ही कथावाचन करने लगे थे. उनका दावा है कि उनके दरबार में सभी धर्मों के लोग आते हैं.
एक अन्य वीडियो में मध्य प्रदेश के पन्ना से शोभा नाम की एक महिला आती है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथित तौर पर उनका ब्योरा भी बिना उनसे पूछे बता देते हैं. धीरेंद्र शास्त्री ने शोभा को सभी तरह की शारीरिक समस्याओं से निजात मिलने की बात भी कहते हैं.

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री फरवरी में छतपुर में विशाल यज्ञ करने की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने देश के सभी साधु-संतों को निमंत्रित किया है. इस दौरान अनाथ बेटियों की शादी भी कराई जाएगी, जिसका पूरा खर्च बागेश्वर धाम की ओर से उठाया जाएगा.
बागेश्वर धाम सरकार 3 दिनों के बाद छतरपुर लौटे थे. फोन कॉल पर धमकी मिलने के कारण उनकी सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है. सुरक्षा घेरे के बीच वह बागेश्वर धाम पहुंचे. तीन दिनों के बाद लौटने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वह महायज्ञ के लिए साधु-संतों को निमंत्रण देने हुए गए थे. महायज्ञ के बारे में बाद में विस्तृत जानकारी देने की बात कही है.