नारायणा में बृहस्पतिवार दोपहर ब्रेजा कार को बचाने के दौरान तेज रफ्तार लो फ्लोर डीटीसी बस सबवे में घुस गई। हादसे में बस चालक, कंडक्टर व मार्शल घायल हो गए। ब्रेजा कार भी क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन उसमें सवार दो लोग बाल-बाल बच गए। पुलिस ने क्रेन की मदद से बस को सबवे से बाहर निकाला और घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया।
कंडक्टर की हालत नाजुक बनी हुई है, जबकि मार्शल के सिर में टांके लगे हैं। बताया जा रहा है कि ब्रेक फेल होने से हादसा हुआ। बस की मैकेनिकल जांच के बाद सही कारणों का खुलासा होगा। पुलिस लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
बस रूट संख्या 611 बृहस्पतिवार को धौला कुआं से सवारियों को लेकर नारायणा गांव पहुंची थी। सवारियों को उतारने के बाद चालक रोहताश बस को नारायणा डिपो लेकर जा रहा था। बस में कंडक्टर रमेश और मार्शल गौरव मौजूद थे। नारायणा इलाके में बस अचानक अनियंत्रित होकर आगे चल रही ब्रेजा से टकरा गई। टक्कर लगने के बाद ब्रेजा कार सबवे के पास किनारे आ गई।
इस दौरान चालक ने कार में दोबारा टकराने से बचाने के लिए स्टेयरिंग को मोड़ दिया, जिससे बस सबवे में घुस गई। इससे रोहताश, रमेश व गौरव घायल हो गए। ब्रेजा में गुरुग्राम निवासी जसजोग सिंह और इकनूर सिंह सवार थे। दोनों किसी काम से नारायणा मंडी आए थे। वापसी में पीछे से कार में बस ने टक्कर मार दी। क्रेन को बुलाकर पुलिस ने बस को सबवे से बाहर निकाला और तीनों यायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया।
मैकेनिकल जांच से कारणों का पता चलेगा
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हादसे के कारणों के लिए बस की मैकेनिकल जांच की जाएगी, तब ही पता चल पाएगा कि हादसा बस के ब्रेक फेल करने से हुआ या फिर किसी अन्य कारण से हुआ।
परिवहन निगम ने हादसे की जांच के आदेश दिए
नारायणा के सबवे में डीटीसी बस घुसने के मामले की जांच के लिए दिल्ली पविहन निगम ने आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई की बात कही है। वहीं, एक महीने में दिल्ली में बस दुर्घटना के तीन मामले सामने आ चुके हैं। डीटीसी के बेड़े में कई बसें पुरानी हो चुकी हैं। कई बार बस की तेज रफ्तार होने से भी दुर्घटनाएं हो रही हैं। सोशल मीडिया पर किलोमीटर स्कीम के तहत अधिक दूरी तक बस चलाने की मजबूरी को ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेवार ठहराया जा रहा है।
यूनियन बोली- समय पर बसों की मरम्मत नहीं होती
डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के महामंत्री मनोज शर्मा ने आरोप लगाया है कि बसों की समय पर मरम्मत नहीं की जा रही है। डीटीसी डिपो मैनेजर और कंपनी के मैनेजर ने मिलीभगत कर रखी है। मय पर ब्रेक की जांच की जाती तो हादसा नहीं होता। इस मामले की जांच में भ्रष्टाचार उजागर होगा।
एक माह में डीटीसी बसों से हुए हादसे
-नारायणा में डीटीसी बस सबवे में घुसी।
-इसी सप्ताह चार निजी स्कूली बसों की टक्कर में छात्र घायल।
-पिछले महीने सराय रोहिल्ला से आ रही बस के बेकाबू होकर स्लम क्षेत्र में प्रवेश करने से लोग चोटिल हुए थे।