सेवानिवृत्त आईएएस जीएस मीणा (63) से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। आरोपी फोन व व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर पैसे मांग रहा था। आरोपी ने दो साथियों के साथ मिलकर पीड़ित को फेसबुक लाइव कर सात दिन में जान से मारने की धमकी भी दी। इससे परिवार सदमे में चला गया था।
पीड़ित ने सोमवार को इसकी शिकायत तुगलक रोड थाना पुलिस से की। इसके बाद मंगलवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी योगेश कुमार मीणा को गिरफ्तार कर लिया। तुगलक रोड थाना पुलिस ने योगेश को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस आरोपी अजय मीणा व सचिन की तलाश कर रही है।
नई दिल्ली जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जीएस मीणा लोदी एस्टेट में परिवार के साथ रहते हैं। वह कई मंत्रालयों में बड़े पदों पर रहे हैं। अभी वे दिल्ली कॉपरेटिव ट्रिब्यूनल के सदस्य हैं। उन्होंने मंगलवार को तुगलक रोड थाना पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि कोई उनसे दस करोड़ रुपये मांग रहा है। पैसे नहीं देने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आरोपी फोन के अलावा व्हाट्सएप मैसेज कर रंगदारी मांग रहा है।
आरोपी ने धमकी व रंगदारी के करीब 50 से ज्यादा व्हाट्सएप मैसेज किए हैं। बाद में पता लगा कि रंगदारी मांगने योगेश तिहाड़ में सिपाही (वार्डन) रहा है और उसे नौकरी से 2 फरवरी, 2023 को बर्खास्त कर दिया गया था। मामला दर्ज कर तुगलक रोड थानाध्यक्ष योगेश्वर सिंह व इंस्पेक्टर सुनील कुमार की टीम ने जांच शुरू की। टीम ने मुख्य आरोपी भारती नगर निवासी योगेश कुमार को मंगलवार को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी के साथी अजय मीणा व सचिन को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है।
पूछताछ में आरोपी बोला- नौकरी से निकाले जाने के बाद पैसे की जरूरत थी
पूछताछ में आरोपी योगेश ने बताया कि उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इस कारण उसे पैसे की जरूरत थी। मोटी रकम वसूलकर वह मीणा समाज के कल्याण के लिए खर्च करता। आरोपी जीएस मीणा से वह राजस्थान में एक सामाजिक कार्यक्रम में मिला था।