असल न्यूज़। राजधानी दिल्ली में अक्सर अवैध निर्माण की खबरें सामने आती रहती है. कई बार ये अवैध निर्माण हादसे का कारण भी बन जाते हैं. रोहिणी सेक्टर 7 में ऐसे ही एक निर्माण कार्य पर स्थानीय निवासी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल रोहिणी सेक्टर 7 के डी 12 में एक बहुमंजिला इमारत के निर्माण कार्य में नियमों को ताक पर रखने का आरोप लगाया है. इस संबंध में स्थानीय निवासी राजकुमार ने आरोप लगाया है कि नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से धड़ल्ले से अवैध बहुमंजिला निर्माण हो रहा है. उन्होंने इस मामले की जानकारी रोहिणी निगम जोन के अधिकारियों को दी तो उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई. इसके विपरित निगम के अधिकारियों ने अवैध निर्माण करने वाले भू माफिया से मिलकर बहुमंजिला इमारत का निर्माण करा दिया. राजकुमार ने कहा कि प्रशासन द्वारा उल्टा उन पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया.

आपको बता दे कि जहां पर यह निर्माण कार्य किया गया वहां पर आसपास में भी कई मकान बने हुए जिनमें उस बिल्डिंग की वजह से काफी नुकसान हुआ है. स्थानीय निवासी राजकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि डीडीए द्वारा यह सभी फ्लैट बनाकर दिए थे. लिहाजा इसमें आगे निर्माण कार्य किया जाता है तो सुरक्षा के लिहाज से वह इमारत खतरे की संभावना में आ सकता है. इसके अलावा अन्य बने मकानों में भी काफी दिक्कतें आनी शुरू हो गई है. जबकि रोहिणी निगम जोन को इस मामले की जानकारी दी गई लेकिन दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की.
गौरतलब है कि बहुमंजिला इमारत के निर्माण को लेकर दिल्ली नगर निगम रोहिणी जोन को 3 मार्च 2023 को शिकायत दी गई थी लेकिन उसके बावजूद भी निर्माण कार्य धड़ल्ले से चलता रहा, जिसकी वजह से आसपास के रहने वाले लोगों ने इसका विरोध भी किया लेकिन दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. शिकायत के बाद मौके पर दिल्ली नगर निगम JE और AE आते हैं लेकिन भूमाफिया से सांठगांठ कर वापस चले जाते हैं. प्रशासन के इस ढुलमुल और लापरवाह रवैए से इलाके में धड़ल्ले से अवैध निर्माण देखने को मिल जाते हैं.