मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद फिरोजपुर झिरका के विधायक मामन खान की भी गिरफ्तारी हो सकती है। खबर है कि नूंह हिंसा की जांच के लिए समन जारी कर बुलाया था लेकिन विधायक जी दूसरी बार भी नहीं पहुंचे। खान के ऊपर नूंह हिंसा भड़काने के मामले में संदिग्ध हैं। जांच एजेंसी पूछताछ के लिए मामन खान को बुला रही है।
हरियाणा सरकार ने यह भी संदेश दे दिया है कि इसी प्रकार के आरोप में विधायक मामन खान को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। मामन खान को जांच एजेंसी ने दो बार पूछताछ के लिए नोटिस दे चुकी है। हालांकि मामन खान कोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं। कांग्रेस विधायक मामन खान, जिन पर नूंह घटना के दौरान हिंसा भड़काने का आरोप लगा है। उन्होंने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और जांच को किसी अन्य एजेंसी को स्थानांतरित करने और अपने जीवन और स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए निर्देश देने की मांग की है।
खान को नूंह हिंसा के संबंध में पुलिस ने तलब किया था। लेकिन वह पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए। खान के वकील ने कहा कि याचिका दायर की गई है। लेकिन यह एक या दो दिन में सुनवाई के लिए आएगी क्योंकि रजिस्ट्री शाखा ने कुछ तकनीकी आपत्तियां उठाई हैं। उन्होंने कहा कि हमने आपत्तियों को सुधार लिया है और याचिका जल्द ही सुनवाई के लिए आएगी।
बीते मंगलवार को गुरुग्राम पुलिस ने मोनू मानेसर को घेराबंदी कर दबोचा था। इसके बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया गया। इसी दौरान कोर्ट पहुंची राजस्थान पुलिस ने मोनू को प्रोडक्शन वारंट पर लेने की अर्जी दाखिल कर दी। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू मानेसर से पूछताछ करनी है। कोर्ट के आदेश पर राजस्थान पुलिस मोनू को अपने साथ ले गई।
नूंह कोर्ट में राजस्थान के डींग जिले की पुलिस टीम भी पहुंच गई। राजस्थान पुलिस ने न्यायाधीश को बताया कि फरवरी में हुए नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू मानेसर का नाम शामिल है। आरोपी तभी से फरार चल रहा था। ऐसे में उससे पूछताछ होनी बाकी है। इसके साथ ही राजस्थान पुलिस ने कोर्ट में मोनू मानेसर को प्रोडक्शन वारंट पर उन्हें दिए जाने की अर्जी लगाई। अर्जी को स्वीकार करते हुए न्यायाधीश ने आरोपी को राजस्थान पुलिस को प्रोडक्शन वारंट पर दिए जाने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस टीम मोनू मानेसर को अपने साथ राजस्थान ले गई।