Home Chennai एलियंस के शव देख दुनिया हैरान, UFO पर NASA की 33 पन्नों...

एलियंस के शव देख दुनिया हैरान, UFO पर NASA की 33 पन्नों की रिपोर्ट में क्या है?

230
0

स्पेस एजेंसी नासा ने एलियन की खोज के क्षेत्र में बड़ा ऐलान किया है. एजेंसी ने एक यूएफओ रिसर्च डायरेक्टर की नियुक्ति की है, जो एलियन की खोज की दिशा में काम करेंगे. एजेंसी ने कहा कि उसके वैज्ञानिक यूएफओ की तलाश करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. गुरुवार को इस संबंध में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि आखिर कैसे वैज्ञानिकी रूप से यूएफओ की स्टडी की जा सकती है?

वैज्ञानिकों ने नासा को एक टीम बनाने का सुझाव दिया था और कहा था कि यूएफओ की तलाश मुमकिन है. वैज्ञानिकों के एक ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही, जिन्होंने 2022 में नासा के लिए यूएफओ की तलाश के लिए एक रोड मैप तैयार किया था. यूएफओ को अब आधिकारिक रूप से यूएपी यानी ‘अज्ञात असामान्य घटनाओं’ के रूप में जाना जाएगा. रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि नासा को और भी जानकारी हासिल करने के लिए सैटेलाइट और अन्य एक्वीपमेंट्स का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके साथ ही स्पेस एजेंसी ने रिसर्च डायरेक्टर की नियुक्ति का भी ऐलान किया.

वैज्ञानिकों ने जारी की 33 पन्नों की रिपोर्ट

ऐसा पहली बार है कि नासा ने यूएपी पर गंभीरता से विचार करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं. डेटा पर आधारित 33 पन्नों की रिपोर्ट वैज्ञानिकों ने जारी की, ताकि उसपर सार्वजनिक चर्चा हो सके. यहां यह गौर करने वाली बात है कि रिपोर्ट में कहा गया है कि एलियंस यूएपी के लिए एकमात्र – या संभावित – स्पष्टीकरण नहीं हैं, लेकिन इस बारे में खोज जारी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में विश्वसनीय गवाहों, अक्सर फाइटर पायलटों ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में ऐसी वस्तुएं देखी हैं, जिन्हें वे नहीं पहचान सके. इनमें से कई घटनाओं का खुलासा पहले भी हुआ है लेकिन कुछ प्राकृतिक घटनाओं को तुरंत नहीं पहचाना जा सकता.

वैज्ञानिकी खोज अविश्वसनीय हो सकता है लेकिन कर सकते हैं साबित

रिपोर्ट में कहा गया है, “विज्ञान एक ऐसी प्रक्रिया है जो वास्तविकता को गढ़ने के बजाय उसे उजागर करती है – चाहे वह वास्तविकता कितनी भी असंतोषजनक या भ्रमित करने वाली क्यों न हो?’ साथ ही, रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने कहा कि हां यह अक्सर अविश्वसनीय और कठिन हो सकता है. रिपोर्ट में यूएपी को समझने के लिए एक कठोर, साक्ष्य-आधारित, डेटा-संचालित वैज्ञानिक ढांचा बनाने पर जोर दिया गया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here