असल न्यूज़: उतरी जिले के नारकोटिक्स स्क्वॉड में तैनात इंस्पेक्टर और दो हवलदारों को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि सीबीआई टीम के सामने शिकायतकर्ता युवक को अगवा कर दोनों हवलदारों ने उस पर पिस्टल तान दी। बाद में उसे अगवा कर लिया और रिंग रोड के पास फेंककर फरार हो गए। पीड़ित की शिकायत पर रूप नगर थाने में अपहरण और लूट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज हुआ।
दरअसल नारकोटिक्स स्क्वॉड ने प्रतिबंधित दवाइयों के साथ कौशलेंद्र नामक एक युवक को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद नारकोटिक्स में तैनात दोनों हवलदार कौशलेंद्र के भाई अरुण से उसे जमानत दिलवाने के नाम पर 10 लाख रुपये की डिमांड कर रहे थे। जिसकी शिकायत अरुण ने सीबीआई से कर दी। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी कौशलेंद्र को सात जुलाई को कश्मीरी गेट इलाके से गिरफ्तार किया था। बाद में उसके भाई अरुण ने जब नारकोटिक्स स्क्वायड से संपर्क किया तो उससे 10 लाख रुपये की डिमांड की गई। तीन लाख रुपये एडवांस के रूप में मांगे गए। इसकी शिकायत सीबीआई से की गई।
योजना के तहत सीबीआई ने अरुण को तीन लाख रुपये लेकर रूप नगर इलाके में भेजा था। वहां पुलिस कर्मियों की कार में बैठकर अरुण ने उनको पैसे दिए। इस बीच दोनों हवलदारों ने सीबीआई टीम का आते देख लिया। वह अरुण को लेकर वहां से फरार हो गए। बाद में अरुण सीबीआई टीम के पास पहुंचा, जिसके बाद पुलिस से शिकायत की गई। ब्यूरो
मोबाइल और रिकॉर्डर तोड़कर नाले में फेंक दिए थे
सीबीआई ने अरुण के साथ मिलकर दोनों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। इस बीच आरोपी सीबीआई टीम को देखकर अरुण को गाड़ी से अगवा कर अपने साथ ले गए। अरुण ने जो तीन लाख रुपये कैश दोनों को दिया था, उन्होंने रास्ते में उसे फेंक दिया। इसके बाद मोबाइल व रिकॉर्डर तोड़कर नाले में फेंक दिया। गुस्से में अरुण पर पिस्टल भी तानी। बाद में आरोपी उसे ब्रिटानिया चौक, रिंग रोड पर उतारकर भाग गए। मामले की जांच जिला डीआईयू को दी गई। छानबीन के बाद आरोपी सही पाने पर पुलिस ने इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह के अलावा हवलदार रविंद्र ढाका और प्रवीण सैनी को सस्पेंड कर दिया। वारदात के बाद से दोनों हवलदार फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है।