असल न्यूज़: भगवान शिव, जिन्हें महादेव के नाम से भी जाना जाता है,त्रिदेवों में से एक हैं। इन्हें विनाश और पुनर्जन्म का देवता भी माना जाता है। सावन के महीने में शिव जी की पूजा का बड़ा महत्व है। इस दौरान शिव जी के मंत्रों का जप करने से मानसिक शांति, शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। साथ ही किसी भी तरह का भय अगर आपको सताता है तो वो भी दूर हो जाता है। आइए जानते हैं भगवान शिव के पाँच शक्तिशाली मंत्रों के बारे में अवश्य करने चाहिए।
रुद्राष्टकम मंत्र
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदस्वरूपम्।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम्॥
लाभ
रुद्राष्टकम मंत्र का जप करने से व्यक्ति को शांति आनंद की प्राप्ति होती है। यह मंत्र भगवान शिव के निराकार और असीम स्वरूप का गुणगान करता है और साधक को आत्मसाक्षात्कार की दिशा में ले जाता है। सावन माह में इस मंत्र का जप करने से चमत्कारी परिणाम आपको प्राप्त हो सकते हैं। आपको कुछ ऐसे अनुभव भी प्राप्त हो सकते हैं जो कभी नहीं हुए। इस मंत्र का जप करने से आपका आत्मबल भी बढ़ता है मानसिक रूप से आप सबल होते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
लाभ
महामृत्युंजय मंत्र को मृत्यु पर विजय प्राप्त करने वाला मंत्र माना जाता है। इसका जप करने से व्यक्ति को लंबी आयु प्राप्त होती है, स्वास्थ्य और मानसिक शांति का अनुभव इस मंत्र का जप करने के बाद होने लगता है। यह मंत्र भय, रोग और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति दिलाता है और आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करता है।
शिव पंचाक्षर मंत्र
नमः शिवाय॥
लाभ
यह मंत्र भी शिव पूजन का अहम हिस्सा है और सावन के महीने में इसका जप करना शुभ फलदायी माना जाता है। सावन में इसका नियमित जप करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का आगमन होता है। यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता फैलाता है। भय किसी भी तरह का हो इस मंत्र के जप से वो दूर होने लगता है।
शिव गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि।
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
लाभ
शिव गायत्री मंत्र का जप व्यक्ति को ज्ञान, शक्ति और आत्मबल प्रदान करता है। यह मंत्र साधक को आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद करता है और शिव जी का आशीर्वाद भी आपको प्राप्त होता है। इस मंत्र का जप करने से जीवन में आ रही अड़चनों से भी आप पार पा सकते हैं। सावन में इस मंत्र का जप करने से कई शुभ परिणाम आपको प्राप्त हो सकते हैं।
शिव बीज मंत्र
‘ह्रौं’
लाभ
भगवान शिव का ये आसान मंत्र सावन के महीने में अगर आप जपते हैं तो आपको भय और रोगों से मुक्ति प्राप्त होती है। इसके साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति में भी इस मंत्र का जप करे से सुधार होने लगता है।
भगवान शिव के ये पाँच शक्तिशाली मंत्र अगर भक्त सावन के माह में जपते हैं तो कई शुभ परिणाम उनको प्राप्त होते हैं। इन मंत्रों का नियमित जप करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, स्वास्थ्य, समृद्धि और आत्मिक उन्नति प्राप्त होती है।