असल न्यूज़: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में बारिश (Shimla Heavy Rains) से भारी तबाही हुई है. यहां पर शिमला से 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में हाइड्रो प्रोजेक्ट के पास बादल फटा है और समेज खड्ड में बाढ़ आ गई. गुरुवार सुबह यह घटना पेश आई है. शिमला जिला आपदा प्रबंधन की तरफ से यह सूचना मिली है. अब रेस्क्यू अभियान के लिए एनडीआरफ और आईटीबीपी (ITBP) की टीमें मौके पर पहुंच गई है. अब तक यहां पर दो लोगों की मौत हो गई है. यहां पर सीएम मौके पर नहीं पहुंच पाए हैं और खराब मौसम के चलते शिमला में हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया है.
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डीसी शिमला (DC Shimla) अनुपम कश्यप और एसपी शिमला संजीव गांधी मौके पर पहुंचे हैं. कुल 36 लोग लापता बताए जा रहे हैं. वहीं, 7 लोग शिमला जिले से कुल्लू के निरमंड के बागीपुल में लापता हैं. जबकि 36 लोग रामपुर में लापता हैं. शिमला के एसपी ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है. दो लोगों की बॉडी के पार्ट्स मिले हैं. एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें मौके पर राहत और बचाव में जुटी हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौके के लिए रवाना हुए हैं.
डीसी अनुपम कश्यप ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही ही एनडीएसआरएफ की टीम, पुलिस, रेस्क्यू दल घटना स्थल के रवाना हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि हमें प्राप्त सूचना के मुताबिक, बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से लोगों के लापता होने की जानकारी है. एसडीएम रामपुर निशांत तोमर घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं. सड़क कई जगह बंद होने के कारण बचाव दल को दो किलोमीटर पैदल चलकर उपकरणों के साथ घटना स्थल की ओर जाना पड़ा है.
डीसी अनुपम कश्यप ने कहा राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है. उन्होंने कहा आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही है. एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है, जिसमें पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन दल, सुन्नी डैम प्रबंधन सहित अन्य विभागों को शामिल किया गया. अभी तक 36 लोगों के लापता होने की सूची तैयार हो गई है.