अजय शर्मा: ‘असल न्यूज़’ तारीख 6 अगस्त 2024. दिन मंगलवार अचानक नरेला जोन एमसीडी का तोड़फोड़ दस्ता अलीपुर एसडीम ऑफिस के सामने शीड फार्म रोड़ पर गली में एक खेती की जमीन पर बने अवैध निर्माण पर पहुंच जाता है और वहां तोड़फोड़ शुरू कर देता है उस दस्ते को लीड करता एक काले कपड़ों में शख्स कभी तोड़फोड़ टीम को तो कभी अवैध निर्माण के मालिक से बातचीत करता कैमरे में कैद हो जाता है उसकी हरकतें कुछ ऐसी थी जिसे हर आदमी गौर से देखने लगता है वह कभी तोड़फोड़ दस्ते को आदेश देता है तो कभी वहां मौजूद अवैध निर्माण के मालिक से बात करता नजर आता है उधर एमसीडी का बुलडोजर अवैध निर्माण को तोड़ने में लगा रहता है.
तभी वहां मौजूद एक शख्स सफेद पैकेट में कुछ लेकर आता है जो कि काले कपड़े वाले उस व्यक्ति को देता है पहले तो वह काले कपड़े पहनने वाला शख्स उस पैकेट की ओर हाथ बढ़ाता है लेकिन अचानक उसे वहां पर हमारे कैमरे का आभास हो जाता है और वह उस सफेद पैकेट वाले शख्स को कुछ इशारा करके साइड हो जाता है
उस सफेद पैकेट का कमाल कुछ ऐसा होता है की जो बुलडोजर तेजी से गरज रहा था वह एकदम शांत हो जाता है और धीरे-धीरे वहां से एमसीडी नरेला जोन के तोड़फोड़ दस्ते के लोग अवैध निर्माण को बगैर तोड़े वहां से खिसकने लग जाते हैं और धीरे-धीरे करके सभी वहां से अपना काम अधूरा छोड़ (अवैध निर्माण को बगैर ध्वस्त) किए वहां से चले जाते है
हमें भी शक हुआ कि ऐसा इस सफेद पैकेट में क्या था जिसे देख कर काले कपड़े वाले शख्स के इशारा करते ही वहां पर पर तोड़फोड़ कर रहा बुलडोजर भी शांत हो गया और अवैध निर्माण को तोड़ना छोड़ वहां से चला गया
जब इस काले कपड़े वाले शख्स के बारे में पता किया तो एक प्रॉपर्टी डीलर ने नाम ने बताने की शर्त पर बताया कि वह काले कपड़े वाला शख्स एमसीडी नरेला जोन जेई प्रशांत के अंतर्गत काम करता है और इलाके में जितने भी अवैध निर्माण होते हैं उनसे अवैध उगाही कर जेई प्रशांत सहित अन्य अधिकारियों तक रिश्वत का पैसा पहुंचता है
हमें भी इस बात में सच्चाई नजर आई क्योंकि यह काले कपड़े वाला शख्स के सामने सफेद पैकेट आया तो बुलडोजर शांत हो गया और इस अवैध निर्माण को बगैर तोड़े यहां से चला गया
अब ऐसे में जरूरत है की आला अधिकारी इस विषय पर गौर करें और इस काले कपड़े वाले शख्स और नरेला जॉन के बिल्डिंग विभाग के जेई प्रशांत की संबंधों की जांच करें साथ ही बीते 2 महीने के भीतर एमसीडी नरेला जोन द्वारा अलीपुर इलाके में खेती के जितने भी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई हुई है उनकी जांच भी करें जिससे साफ जाहिर हो जाएगा की एमसीडी विभाग द्वारा तोड़े गए अवैध निर्माण ध्वस्त हो गए हैं या वह दोबारा बनकर तैयार हो गए हैं.
अगर बीते 2 महीने में एमसीडी नरेला जॉन द्वारा तोड़े गए अवैध निर्माण दोबारा से बनकर तैयार हो गए हैं तो उससे साफ जाहिर होता कि वहां से भी एमसीडी नरेला जॉन के अधिकारियों द्वारा मोटी रिश्वत लेकर उन्हें दोबारा से बनवा दिया गया है.