नई दिल्ली (सं.)। भागदौड़ भरे जीवन में इंसान आपाधापी में लगा हुआ है, जिससे की उसके अपने शरीर को भारी नुक्सान झेलना पड़ता है, जिसके बाद मनुष्य बीमार और परिवार वाले परेशान …उक्त बातें राजधानी दिल्ली के डी ब्लाक, अशोक विहार फेस वन स्थित ध्यान केन्द्र में जनता को संबोधित करते हुए 32 बार चबाओ समिति के चेयरमैन श्री महेन्द्र गुप्ता ने ये बात कही। उन्होंने कहा,कि बीमार होने में जितना मिलावटी खान पान हमारे स्वास्थ्य को हानि पहुंचाता है, उससे कहीं ज्यादा बीमार होने के लिए हम स्वयं भी जिम्मेदार होते हैं।
श्री गुप्ता ने बताया,कि खाना खाने के लिए यदि प्रतिदिन अपने लिए 30 मिनट का समय निकाल ले और एक रोटी के ग्रास को 32 बार चबाकर खाएं,तो हमारी पाचन क्रिया कभी खराब नही हो सकती। उन्होंने कहा,कि हम योग, ध्यान और साधना के प्रकल्प को लेकर मनुष्यों में जागरूकता का संचार करे,यही हमारा उद्देश्य है,यदि हम छोटी छोटी चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर ले,तो रोगमुक्त भारत के निर्माण को कोई नही रोक सकता।इस अवसर पर अन्य प्रबुद्ध जनों ने भी अपनी बातें रखीं। कार्यक्रम का संचालन एनसीपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष श्री रमेश गुप्ता ने किया।