Friday, October 18, 2024
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दिल्ली में दिवाली पर पटाखों पर लगा पूरी तरह बैन.

नई दिल्ली: राजधानी में पटाखों पर बैन की घोषणा पर्यावरण मंत्री 9 सितंबर को ही कर चुके हैं, लेकिन करीब करीब एक महीने बाद भी इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं हो पाया है। इसके चलते पटाखा विक्रेताओं और पटाखा शौकीनों ने जमकर इसकी शॉपिंग कर डाली है। पटाखों का अवैध बाजार इन 20 दिनों में खूब हुआ है। इसके चलते लोगों तक पटाखे पहुंच चुके हैं। वहीं व्यापारियों ने भी पटाखों के स्टॉक को सुरक्षित जगहों पर छुपा लिया है। यहीं से वह दिवाली के नजदीक आने पर पटाखों का कारोबार करेंगे।

 

बैन के बावजूद भी खूब फोड़े गए हैं पटाखे
बैन के बावजूद पिछले कुछ सालों से दशहरे से ही आतिशबाजी का दौर शुरू हो जाता है। दिवाली के दिन जमकर आतिशबाजी होती है। इसकी वजह से दिवाली के अगले दिन प्रदूषण का स्तर कई गुना तक बढ़ जाता है। इस बार भी 9 सितंबर को पर्यावरण मंत्री ने आतिशबाजी पर एक जनवरी 2025 तक बैन लगाने की घोषणा की थी। घोषणा के बाद अब तक इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी (डीपीसीसी) के अनुसार एलजी की मंजूरी का इंतजार है। अधिकारी के अनुसार नोटिफिकेशन के अभाव में अभी तक सरकार नियम का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई नहीं कर पा रही है। डीपीसीसी के एक अधिकारी के अनुसार हर साल इस बैन का नोटिफिकेशन जारी होता है। इस साल भी इसकी प्रक्रिया चल रही है। नोटिफिकेशन के लिए एलजी की मंजूरी का इंतजार है।

पटाखों को फोड़ने पर रोक
राय ने 9 सितंबर को घोषणा की थी कि इस बार भी राजधानी में पटाखों के उत्पादन, स्टोरेज, बेचने और इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक रहेगी। पटाखों की ऑनलाइन डिलिवरी पर भी पूरी तरह रोक रहेगी। बीते हफ्ते गोपाल राय ने 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान जारी किया है। इस प्लान में भी पटाखों पर बैन शामिल है। अधिकारी के अनुसार अभी यह बैन प्रभावी नहीं है। नोटिफिकेशन के बाद ही इसे लागू किया जाएगा। 2023 में भी इसी तरह नोटिफिकेशन में देरी देखने को मिली थी। गोपाल राय ने 11 सितंबर 2023 में बैन की घोषणा की थी, नोटिफिकेशन 9 अक्टूबर को हुआ। वहीं 2022 में सात सितंबर को घोषणा के बाद 14 सितंबर को नोटिफिकेशन हुआ।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
एक्सपर्ट के अनुसार घोषणा और नोटिफिकेशन के बीच अंतर बड़ा होने से व्यापारियों को एक विंडो मिल रही है पटाखों के लिए। लोग इस विंडो का इस्तेमाल पटाखे खरीदने के लिए करते हैं। पर्यावरण एक्टिविस्ट सुमित रंगनाथन ने बताया कि हर साल राजधानी में इसी तरह का ट्रेंड देखने को मिल रहा है। पटाखों को लेकर बैन पूरी तरह फेल रहता है। पटाखों के एक विक्रेता ने बताया कि अभी तो पटाखों की सेल काफी हो चुकी है। अनार, फुलझड़ी, रॉकेट, सेवन साउंड, स्काई शॉट लोगों ने जमकर खरीदे हैं। जैसे जैसे दिवाली नजदीक आएगी सख्ती बढ़ेगी और पटाखे नहीं मिलेंगे। अभी वट्सऐप और ऑनलाइन के जरिए खूब कारोबार हो रहा है।

 

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