असल न्यूज़: मध्य जिला पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गिरोह को पकड़ा है। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार 3.98 लाख रुपये के नकली 100 के नोट बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद जुबैर, फाजिल और मोहसिन हैं। यह तीनों यूपी के बुलंदशहर के अलग-अलग क्षेत्रों में रहते हैं। इन पर पहले से भी नकली नोट बनाने के मामले दर्ज हॅै।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 100 रुपये के डेनॉमिनेशन में 3.98 लाख रुपये के नकली नोट, एक स्कूटी, एक बाइक और नकली नोट छापने वाले प्रिंटर एवं अन्य उपकरण बरामद किए हैं। आरोपी बुलंदशहर में नकली नोट छापते थे और दिल्ली में उसकी सप्लाई करते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
डीसीपी एम हर्षवर्धन के अनुसार, जिले की स्पेशल स्टाफ नकली नोटों के सर्कुलेशन में लिप्त सिंडिकेट पर काम कर रही थी। सिंडिकेट के एक सदस्य के बारे में सूचना मिली। पता चला कि फाजिल नाम का एक युवक नकली नोटों की एक बड़ी खेप की डिलीवरी करने के लिए पहाड़गंज इलाके में आने वाला है। इसपर एसीपी ऑपरेशन सेल सुरेश खुगना की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के एसआई दीपक, ओमबीर त्यागी समेत अन्य पुलिस कर्मियों की टीम का गठन किया गया। टीम ने पहाड़गंज के गांधी मार्केट गोलचक्कर के पास सुबह 6:20 बजे ट्रैप लगाया। सुबह 6:40 बजे एक स्कूटी पर दो युवक वहां पहुंचे। स्कूटी पर पीछे बैठे युवक के हाथ में एक बैग था। पुलिस के साथ वहां मौजूद मुखबिर ने स्कूटी चालक की पहचान फाजिल जबकि पीछे बैठे युवक की मोहसिन के रूप में की।
पुलिस ने दोनों युवकों को पकड़ लिया। युवकों के पास से बैग के अंदर 100-100 रुपये के 3.98 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, वे कबीर नगर के रहने वाले अजहर नाम के शख्स को इन नोटों की डिलीवरी करने आये थे और उन्होंने पहले भी कई बार नोटों की खेप डिलीवर की है। इन नोटों की खेप को यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले जुबैर उर्फ सोनू से लेते हैं। पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बुलंदशहर से जुबैर को गिरफ्तार किया।
जेल में बंद है किंगपिन…
जुबैर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि, गब्बर नाम के एक व्यक्ति ने उसकी मुलाकात असलम से करवाई थी। असलम फिलहाल नकली नोट छापने के मामले में जेल में बंद है। असलम ने ही जुबैर को नकली नोट बनाना सिखाया था। इसके लिए 30 हजार रुपये में प्रिंटिंग मशीन भी मुहैया कराई थी। जुबैर शुरुआत में अपने घर के खर्चो के लिए 5 हजार, 10 हजार की छोटी मात्रा में नोटों को छापता था और खुद ही बाजारों में उसे चलाता था। लेकिन जब उसके खर्चे बढ़ गए तो उसने बड़ी मात्रा में जाली नोट छापना शुरू कर दिया। उसने बताया कि असलम इस जाली नोटों के कारोबार का किंगपिन है। जुबैर पर हापुड़ में भी नकली नोट का मामला दर्ज है।