असल न्यूज़: राजधानी दिल्ली में दिवाली के पर्व को देखते हुए दमकल विभाग ने पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी। सभी अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट पर थे। इसी बीच बीती रात दिल्ली में 300 जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आईं। दमकल विभाग ने 31 अक्तूबर और एक नवंबर को अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की हुई हैं।
आग की घटनाओं में तीन लोगों की मौत
दमकल विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, आग की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें दो सागरपुर और एक दरयागंज के रहने वाले थे। वहीं जो 12 लोग घायल हुए, उसमें चार लोग आनंद पर्वत, एक विकासपुरी, दो चावला और पांच लोग घर में बंद मिले।
दिल्ली में दिवाली की रात कई जगहों पर लगी आग
दिल्ली अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग का कहना है कि दिवाली की रात शहर भर में अग्निशमन विभाग के 3200 कर्मचारी तैनात रहेंगे। अधिकारियों का कहना है कि राजधानी में सरकार की ओर से पटाखों पर बैन लगाया है ऐसे में उम्मीद है कि आग लगने की घटनाएं ज्यादा नहीं होंगी।
आग का आंकड़ा 300 के पार पहुंचा
दिल्ली में दिवाली की बीती रात आग लगने की कई कॉल आने पर दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि कोई बड़ी कॉल नहीं आई, लेकिन बहुत सारी कॉल आई हैं। बीती शाम पांच बजे से रात 12 बजे तक करीब 192 कॉल आई और रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक करीब 158 कॉल आई। 300 का आंकड़ा पार हो गया।
आगे बतायि शाम 5 बजे से सुबह 5 बजे तक यानी कि 12 घंटे में 300 का आंकड़ा पार हो गया। छोटी-मोटी आग की घटनाएं हुईं। दिल्ली के विकासपुरी में दो लोग बेहोश हो गए। मंगोलपुरी में एक आग की घटना हुई। जिसमें एक महिला और दो बच्चे घायल हो गए। कोई बड़ी आग नहीं लगी, क्योंकि हमने इस बार दमकल बल बढ़ा दिया था। निश्चित रूप से बहुत सारी कॉल आई, लेकिन कोई जान-जोखिम वाला मामला नहीं था।
डीटीसी बस में लगी आग
वहीं दूसरी तरफ डीटीसी की बस में आग लगने की कॉल पर दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि बीती शाम करीब 6:30 बजे नजफगढ़ इलाके से कॉल आई कि एक व्यक्ति डीटीसी बस में पोटाश लेकर जा रहा था, जिसमें विस्फोट हो गया। पोटाश का इस्तेमाल मुख्य रूप से पटाखों में किया जाता है। आग लगने से निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है और यह अत्यधिक ज्वलनशील है। दो लोग घायल हो गए। दो दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।