Sarkari Naukri: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, शहर की सुरक्षा और रोजगार के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए, दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने 1,669 नव चयनित होम गार्ड स्वयंसेवकों को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं. यह कदम राजधानी के सुरक्षा बल को मजबूत करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है. इस भर्ती प्रक्रिया में समावेशिता और अवसर प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया गया है. चयनित उम्मीदवारों में से 19% पूर्व नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक (सीडीवी) हैं, जो पहले भी समाज की सेवा कर चुके हैं. इसके अतिरिक्त, 181 पद महिलाओं को प्रदान किए गए हैं, जो इस भर्ती में महिला सशक्तिकरण की एक बड़ी मिसाल पेश करते हैं. उपराज्यपाल सचिवालय ने इस कदम को रोजगार और समावेशिता की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है. इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से उन लोगों को भी अवसर दिए गए हैं जो पिछले नीतिगत परिवर्तनों से प्रभावित हुए थे. यह पहल न केवल रोजगार के नए अवसर प्रदान करती है, बल्कि समाज के उन वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास भी करती है, जो अक्सर उपेक्षित रह जाते हैं.
विधानसभा चुनावों में सुरक्षा के लिए ये भर्ती महत्वपूर्ण
यह भर्ती प्रक्रिया, विशेष रूप से आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहायक साबित होगी. महिलाओं और पूर्व सीडीवी जैसे अनुभवी लोगों को शामिल करने से सुरक्षा बल की दक्षता और विविधता दोनों में वृद्धि होगी. यह पहल दिल्ली सरकार के प्रशासनिक दृष्टिकोण और समावेशी विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
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15000 पदों पर जल्द होगी नियुक्ति
दिल्ली के उपराज्यपाल सचिवालय ने दावा किया है कि यह समावेशी भर्ती नीति न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा करती है, बल्कि प्रशासन की उन लोगों के प्रति प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है जो पिछले नीतिगत परिवर्तनों से प्रभावित हुए हैं. इस पहल के तहत सरकार ने सुरक्षा बल को और अधिक मजबूत बनाने की योजना की घोषणा की है. इस योजना का लक्ष्य 15,000 और होम गार्ड स्वयंसेवकों को जोड़ना है, जिससे दिल्ली के सुरक्षा बल की संख्या बढ़कर 25,000 से अधिक हो जाएगी.