नई दिल्लीः फर्जीवाड़ा कर अदालत से ऑर्डर लेकर साइबर क्राइम में फ्रीज हुए खातों से मोटी रकम रिलीज करवा कर फरार दोनों सब इंस्पेक्टर (SI) आखिरकार अरेस्ट हो गए है। नॉर्थ-ईस्ट जिला साइबर थाने में तैनात रहे एसआई अंकुर मलिक और जीटीबी एनक्लेव थाने में तैनात रही एसआई नेहा पूनिया को मध्य प्रदेश के इंदौर से चार महीने बाद पकड़ा गया।
जांच में पता चला है कि दोनों गोवा और मनाली भी गए थे। अब इंदौर में सेंट्रल होने का प्लान बना रहे थे। इनसे 12 लाख कैश, 820 ग्राम गोल्ड कॉइन-बार, 200 ग्राम गोल्ड जूलरी, 11 स्मार्ट फोन, एक लैपटॉप, तीन एटीएम और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए है।
एनबीटी ने 1 अप्रैल 2025 को ‘साइबर थाने का SI फ्रॉड कर महिला SI संग फरार’ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। दोनों एसआई के अलावा कुछ अन्य आरोपियों के इस कांड में शामिल होने का भी पर्दाफाश किया था।
पुलिस ने अन्य आरोपी को भी किया गिरफ्तार
पुलिस ने दोनों एसआई से पूछताछ के बाद अब आरोपी चांद बाग के मोहम्मद इलियास (40), कबीर नगर के आरिफ उर्फ मोनू (35) और न्यू कर्दमपुरी के शादाब (23) को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी एसआई अंकुर मलिक ने इनके बैंक अकाउंट खुलवाए, जिनकी साइन की हुई चेक बुक और डेबिट कार्ड खुद रख लिए। कोर्ट से फर्जीवाड़ा कर डी-फ्रीज किए खातों से रुपये इन आरोपियों के अकाउंट्स में ट्रांसफर करवा दी, जिन्हें बाद में खुद निकाल लिया।
डीसीपी (नॉर्थ ईस्ट) आशीष मिश्रा ने बताया कि साइबर थाने में पोस्टेड जांच अधिकारी एसआई अंकुर मलिक के खिलाफ 31 मार्च के तीन मुकदमे दर्ज किए गए थे। वह 19 मार्च से गायब था, जिसकी जांच की गई। इंस्पेक्टर राहुल की लीडरशिप में बनी एसआई नंदन सिंह, हेड कॉन्स्टेबल अमित, रोहन और सिपाही दीपक की टीम ने जांच शुरू की। तफ्तीश में खुलासा हुआ कि कुल 75 लाख रुपये का साइबर फ्रॉड किया गया है। टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस ने 18 जुलाई को फरार एसआई अंकुर मलिक और नेहा पूनिया को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया।
ई-मेल एड्रेस से क्रैक हुआ VPN
एनबीटी ने 3 जुलाई 2025 को प्रकाशित खबर ‘कहां गए लाखों का गबन करने वाले दो SI’ में खुलासा किया था कि इनकी आखिरी लोकेशन इंदौर मिली थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जांच आगे नहीं बढ़ पा रही थी। इनके ई-मेल एड्रेस से खुलासा हुआ कि वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस ने इसके जरिए दोनों की सटीक लोकेशन निकलवाई। इंदौर पुलिस की मदद से एड्रेस वेरिफाई किया।
दोनों अपनी शादी-शुदा जिंदगी से थे नाखुश
बागपत का अंकुर 2012 में सिपाही भर्ती हुआ। वह एग्जाम पास कर 2021 में एसआई बना। मेरठ की नेहा भी इसी बैच में चुनी गई। दोनों में अफेयर हो गया। अंकुर एक बच्चे का पिता है। पत्नी एक हादसे में लकवाग्रस्त हो गई थी, जो गांव में थी। नेहा ने 3 दिसंबर 2024 को जेल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट से शादी की। पति से जल्द अनबन हो गई। अलग रहने लगी। अंकुर को 17 मार्च को मेडिकल लीव लेकर लापता हो गया। परिवार ने अंकुर के विवेक विहार में रहने पर 27 मार्च को वहीं के थाने में गुमशुदगी दी। गायब नेहा की गुमशुदगी जीटीबी एनक्लेव थाने में दी गई। नेहा खुद भी जांच अधिकारी (10) बन कर कोर्ट में पेश हुई, जबकि वह जीटीबी एनक्लेव थाने में तैनात थी।