Delhi Crime: गोकलपुरी में फायरिंग, गैंगस्टर का गुर्गा फरार, शास्त्री पार्क कैफे वाले से वसूले थे 2 लाख
नई दिल्लीः गैंगस्टर हाशिम बाबा गैंग के मेंबर असद अमीन (21) को नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस दस दिन से तलाश रही है। वह गोकुलपुरी में 13 जुलाई को एक कातिलाना हमले और आर्म्स एक्ट के केस में वॉन्टेड है। इसने कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगा रखी है। इसे पिछले साल मुजफ्फरनगर के खतौली में एक एनकाउंटर के दौरान पैर पर गोली मारने के बाद अरेस्ट किया गया था। इसके साथ एक खूंखार नाबालिग भी पकड़ा था, जो जीटीबी अस्पताल मर्डर और जाफराबाद हत्या के अलावा दो जानलेवा हमलों में वॉन्टेड था।
12 जुलाई को क्लब के बाहर झगड़ा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 12 जुलाई को देर रात झगड़े की शुरुआत प्रीत विहार स्थित एक क्लब के बाहर हुई। यमुना विहार के हसन चौधरी (34) अपने दोस्त वसीम सैफी और सचिन भड़ाना के साथ रात 12:45 बजे क्लब पर पहुंचे। बाहर ही वसीम की एक्स गर्लफ्रेंड हिना और उसका मंगेतर जहांगीर उर्फ फहाद मिले। आरोप है कि हिना और फहाद ने गाली-गलौज शुरू कर दी। फहाद क्लब से तीन-चार लड़कों को बुला लाया। हसन भी क्लब स्टाफ में अपने जानकारों को लेकर आ गया, जो उस वक्त बीच-बचाव हो गया।
पिस्टल निकाल कर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी
हसन, वसीम और सचिन कार में सवार होकर निकल गए। कार रात करीब 1:35 बजे वजीराबाद रोड पर गोकुलपुरी पुराने थाने के सामने पहुंची। तभी एक कार बराबर में चलने लगी, जिसे असद अमीन चला रहा था। बगल में एक लड़का सवार था, जबकि हिना, उसका मंगेतर जहांगीर और आदिल पिछली सीट पर सवार थे। आरोप है कि असद ने हिना का मजाक उड़ाने पर सबक सिखाने की बात कहते हुए पिस्टल निकाल कर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इससे घबराकर पीड़ितों ने अपनी कार तेज भगा दी।
हिना और जहांगीर अरेस्ट, जो जेल में हैं
हसन ने पुलिस कॉल की, जो घोंडा चौक पर पहुंच गए थे। पुलिस आई तो पता चला कि हिना ने भी कॉल किया है। लेकिन असद समेत बाकी बदमाश फरार हो गए। पुलिस हिना, जहांगीर और हसन को थाने ले गई। गोली लगी कार भी कब्जे में ली। शुरुआती जांच के बाद हिना और जहांगीर को गिरफ्तार कर लिया गया, जो फिलहाल जेल में है। पुलिस आरोपी असद समेत अन्य आरोपियों को दस दिन बीतने के बाद भी पकड़ नहीं सकी है। असद ने कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई है, जिस पर आज सुनवाई है।
शास्त्री पार्क कैफे वाले से वसूले दो लाख
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हाशिम बाबा गैंग की तरफ से 14 जुलाई 2024 को जीटीबी अस्पताल में बदमाश वसीम की हत्या करने शूटर भेजे गए, जो गलती से खजूरी खास के रियाजुद्दीन को मार आए। साजिश में चौहान बांगर का नाबालिग भी था। खतौली एनकाउंटर में असद और इसके पैरों में गोली लगी। तब इसे बालिग बताया गया, जिसने बाद में नाबालिग के दस्तावेज पेश कर दिए। बाल सुधार गृह भेजा गया। पिछले दिनों भीतर से कॉल कर इसने शास्त्री पार्क के एक कैफे वाले से पांच लाख की रंगदारी मांगी, जिसने असद को दो लाख दे दिए। नाबालिग को बेल मिल चुकी है और असद भी फरार है, जो पुलिस के लिए टेंशन वाली बात है।