Monday, August 18, 2025
Google search engine
HomeDelhi NCRहर रोज चेन स्नैचिंग की 18 वारदातें! दिल्लीवालों को परेशान कर रहा...

हर रोज चेन स्नैचिंग की 18 वारदातें! दिल्लीवालों को परेशान कर रहा क्राइम का यह आंकड़ा

असल न्यूज़: दिल्ली में चेन स्नैचिंग और लूट की वारदात से शहर वाले परेशान हो गए हैं. पुलिस का आंकड़ा बताता है कि औसतन दिल्ली में रोजाना लूट के 18 मामले सामने आ रहे हैं. हाल ही में दिल्ली के पॉश इलाके में, तमिलनाडु भवन के पास कांग्रेस सांसद सुधा रामकृष्णन चेन स्नैचिंग की वारदात का शिकार हो गईं.

दूसरे मामले में, दिल्ली पुलिस ने एक स्नैचिंग गिरोह के चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसका क्राइम करने का तरीका भी अनोखा था. बदमाश साधु बाबा का भेष धारण कर लोगों के पास आते थे, उनका भरोसा जीतते थे और फिर लूटपाट करते थे.

भिक्षा लेते समय उंगली से निकाल लेते थे अंगूठी
यह गिरोह दिल्ली के मोती नगर इलाके में महिलाओं को निशाना बना रहा था. फिलहाल, इस गैंग का एक बदमाश अभी भी फरार है. पुलिस ने बताया कि ये लोग बाबा-महात्मा बनकर टैक्सी के पास आते थे और भीख मांगते समय उंगली से अंगूठी उड़ा देते थे. इस लूट की शिकार एक महिला के हाथ से उन्होंने सोने और हीरे की अंगूठी छीन ली थी.

पुलिस को इस गिरोह के पास से 61 हीरे और पिघलाया गया सोना बरमाद हुआ है. गिरफ्तार आरोपियों में एक विनोद कामत है जो ऑटो उपलब्ध कराता था, दूसरा गुरचरण सिंह है जो सोने की अंगूठी खरीद कर उसे पिघलाता था. तीसरा कबीर और चौथा बिरजू है.

कांग्रेस सांसद आर. सुधा झपटमारी की शिकार
तमिलनाडु से कांग्रेस की सांसद सुधा रामाकृष्णन सोमवार (4 अगस्त) को मॉर्निंग वॉक पर निकली थीं, जब स्कूटी सवार एक बदमाश ने उनके गले से चेन छीन ली. इस संघर्ष में सांसद को भी कई चोटें आईं. उन्होंने खुद केंद्रीय मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताई और सख्त एक्शन के निर्देश देने की अपील की.

क्या कहते हैं क्राइम के आंकड़े?
दिल्ली में झपटमारी की वारदातें थम नहीं रहीं. आंकड़े बताते हैं कि शहर में हर रोज झपटमारी की 18 वारदातें होती हैं. दिनदहाड़े लूटमार का रेट करीब 56 फीसदी है. मॉर्निंग वॉक के दौरान चहलपहल कम होने की वजह से लुटेरों को यह समय सबसे फायदेमंद लगता है.

दिल्ली पुलिस की क्राइम रिपोर्ट के अनुसार, हर साल के आंकड़े
· 2024— 6,493 मामले
· 2023—7,886 मामले
· 2022— 6,958 मामले
· 2021— 9383 मामले
· 2020— 7965 मामले
· 2019— 6266 मामले
· 2018— 6932 मामले

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments