Wednesday, October 15, 2025
Google search engine
HomeDelhi NCRदिल्ली में डिजिटल अरेस्ट कर 6 करोड़ की ठगी, क्राइम ब्रांच ने...

दिल्ली में डिजिटल अरेस्ट कर 6 करोड़ की ठगी, क्राइम ब्रांच ने दबोचा

असल न्यूज़: फेसबुक और टेलिग्राम ऐप के जरिए चल रहे एक हाई-प्रोफाइल ऑनलाइन निवेश घोटाले का दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है। आरोपी कृष्ण कुमार (29) को गिरफ्तार किया गया है, जो बीटेक है। इसे ग्रेटर नोएडा के कुलेसरा से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी ने शेयर ट्रेडिंग के जरिए मोटा मुनाफा देने का झांसा देकर छह करोड़ तीन लाख रुपये की ठगी की है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर सिंडिकेट के अन्य मेंबरों के बारे में जानकारी हासिल कर रही है।

टेलिग्राम ग्रुप में शामिल करने के लिए उकसाया
डीसीपी (क्राइम) आदित्य गौतम ने बताया कि आरोपी कृष्ण कुमार ने पीड़ितों को फेसबुक के जरिए अपने जाल में फंसाया। इसके जरिए उन्हें ‘Plus500 Global CS’ नाम के एक टेलिग्राम ग्रुप में शामिल करने के लिए उकसाया गया। ग्रुप के भीतर नकली मुनाफे के स्क्रीनशॉट, ट्रेडिंग डैशबोर्ड और स्क्रिप्टेड चैट डालकर पीड़ितों का भरोसा जीतने की कोशिश की गई। एक पीड़ित से 6.03 करोड़ रुपये निवेश करा लिए। इस रकम को कई अकाउंट में डलवाया गया, जिनको सिंडिकेट कंट्रोल करते थे।

रकम को डायवर्ट किया गया बैंक खातों में
इस रकम को कई बैंक खातों के जरिए डायवर्ट किया गया, ताकि आरोपियों तक न पहुंचा जा सके। साइबर सेल ने ‘प्रियंका प्लेसमेंट एंड लोन सर्विसेज’ के अकाउंट के 57 लाख रुपये का पता लगा लिया, जो आरोपी के कंट्रोल वाली एक फ्रंट कंपनी है। ACP अनिल शर्मा की देखरेख में बनी इंस्पेक्टर शिवराम की टीम ने आरोपी कृष्ण कुमार को अरेस्ट कर लिया। ये ठगी के मॉड्यूल का मुख्य एग्जिक्यूटर है, जिसने धोखाधड़ी को आसान करने और लेन-देन छिपाने के लिए दो साइबर कैफे खोल रखे थे।

6 करोड़ से ज्यादा की ठगी
सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार के एक आला अफसर से छह करोड़ तीन लाख की ठगी का यह मामला स्पेशल सेल में दर्ज हुआ था। विदेश से ऑपरेट हो रहा गिरोह लड़कियों के जरिए टॉप कारोबारियों और अफसरों को टारगेट करता है। 20-25 फीसदी रिटर्न का झांसा देता है। टेलिग्राम ग्रुप में जोड़ा जाता है। कुछ दिन वहां के मेंबरों के मोटी कमाई के मेसेज देखते हैं तो झांसे में आ जाते हैं। शुरुआत में मुनाफे की रकम अकाउंट में भेजते हैं। पीड़ित भरोसा होने पर मोटा पैसा लगाने लगता है।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments