असल न्यूज़| मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के महेश्वर थाना क्षेत्र में झाड़ियों में नवजात शिशु को छोड़ने के मामले में पुलिस ने उसकी नाबालिग मां का पता लगा लिया गया है। दरअसल, उसके पिता ने ही उसके साथ दुष्कर्म किया था, जिसके चलते वह बच्ची पैदा हुई थी। झाड़ियों में फेंकने के चलते नवजात बच्ची को कई स्थानों पर चीटियों ने खा लिया था। पुलिस ने दुष्कर्म और नवजात बच्ची को फेंकने के मामले में उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
महेश्वर थाना क्षेत्र के एक ग्राम में एक दिन की बालिका शिशु झाड़ियों में पड़ी हुई मिली थी। इसके मुंह नाक और हाथ को चीटियों ने काट लिया था। महेश्वर के थाना प्रभारी जगदीश गोयल ने स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार करवाने के बाद शिशु को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ 93 बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया था।
16 साल की बच्ची ने बताई पिता की करतूत
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने बताया कि विवेचना के दौरान यह पता चला कि बच्चा एक 16 वर्षीय बालिका का है। वह बेहद कमजोर स्थिति में पाई गई। इसलिए उसे प्राथमिक तौर पर वन स्टाप सेंटर में भर्ती कराया गया। पुलिस ने उस घटना की जानकारी प्राप्त की तो बेहद खौफनाक बात पता चली।
करतूत छिपाने के लिए घर में कराई डिलीवरी
बालिका ने बताया कि वह और उसका पिता गुजरात के राजकोट क्षेत्र में मजदूरी करने गए थे। इसी दौरान उसके पिता ने उसके साथ दुष्कर्म किया था, जिसके चलते यह बच्ची पैदा हुई। उसने कहा कि उसके पिता ने ही उसकी डिलीवरी घर में कराई। इस दौरान वह बेहोश हो गई थी। पिता ने ही नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंका था और उसे इस हालत में छोड़कर गायब हो गया था। जब उसका पिता इसी हालत में छोड़कर चल गया तब पीड़ित किशोरी ने घर का अनाज बेचकर कुछ पैसे जुटाए। उसके बाद उसने अपने एक कजिन को फोन लगाकर घटनाक्रम बताया।
कोर्ट से हो गई सजा
उन्होंने बताया इसके बाद उसके पिता के खिलाफ पोक्सो, दुष्कर्म और नवजात शिशु को खतरनाक तौर से फेंकने का प्रकरण दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि बालिका के 183 के तहत कथन कोर्ट में कराए गए हैं, और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पिता को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बार-बार बच्चे के बारे में पूछ रही नाबालिग
उन्होंने बताया कि बालिका शिशु ,पीड़ित बालिका और उसके पिता के डीएनए सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। पीड़िता को फिलहाल उसकी मर्जी के मुताबिक उसके कजिन भाई के यहां भेज दिया गया है। वह बार-बार अपने शिशु के बारे में पूछ रही थी किंतु उसे फिलहाल समझाइश दे दी गई है। उधर जिला अस्पताल खरगोन के एसएनसीयू प्रभारी डॉक्टर पवन पाटीदार ने बताया कि यहां से बालिका शिशु को एमटीएच इंदौर भेज दिया गया था। जहां वह फिलहाल वेंटिलेटर पर है।