असल न्यूज़: फेस्टिव सीजन करीब आते ही बाजार में नकली घी की बिक्री का खतरा भी बढ़ गया है। बवाना इलाके में पकड़ी गई नकली घी की फैक्ट्री से दिल्ली ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी सप्लाई जा रही थी। पुलिस ने यहां से 7600 लीटर नकली घी, 900 लीटर वनस्पति तेल, मूंगफली का तेल, चूल्हा और सिलिंडर, पैकेजिंग सामग्री, एसेंस, रंग एजेंट, तौलने और सील करने की मशीन, दो मिक्सिंग मशीनें बरामद किए हैं।
मिलावटी घी बनाने वाली चल रही थी फैक्ट्री
मिली आउटर नॉर्थ डीसीपी हरेश्वर स्वामी के मुताबिक 12 सितंबर को जिले की एएटीएस और एबीएस सेल के ऑफिस में एएसआई नरेंद्र को सूचना कि बवाना थाना इलाके में मिलावटी घी बनाने वाली एक फैक्ट्री चल रही है। इसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी के साथ मिलकर टीम ने सी ब्लॉक, सेक्टर-2, डीएसआईआईडीसी, बवाना की फैक्ट्री में छापा मारा और भारी मात्रा में मिलावटी घी और कच्चा माल बरामद किया। पता चला कि यह कारखाना डिफेंस कॉलोनी निवासी माधव गुप्ता (26) के नाम पर रजिस्टर्ड है। सुपरवाइजर बृजेश ने मालिक के निर्देशों पर मिलावटी घी बनाने की बात कबूल की। माधव को पकड़ने और मिलावटी घी की सप्लाई चेन की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
कैसे तैयार होता है नकली घी?
फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला है। ऐसे में मिलावटी घी बनाने वाले माफिया सक्रिय है। 10 टिन वनस्पति घी और रिफाइंड में एक टिन देसी घी डालकर नकली घी तैयार कराया जाता है। रिफाइंड को गर्म करने के बाद स्टील के टैंक में डाल दिया जाता है। प्रति 15 लीटर में 10 ग्राम देसी घी का एसेस डालकर उसमें रंग मिलाकर इसे तैयार किया जाता है। सूत्रों की मानें तो पहले भी बाहरी दिल्ली में नकली घी बनाने की फैक्ट्री पकड़ी जा चुकी है।

