20 सितम्बर को कनखल के सतीघाट पर होगा सामूहिक विसर्जन।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली से पितृपक्ष में निकाली जाने वाली 25 वीं सिल्वर जुबली अस्थि कलश विसर्जन यात्रा श्री देवोत्थान सेवा समिति (पंजी.)के तत्वावधान में शहीदी पार्क, आईटीओ, नई दिल्ली से हरिद्वार के लिए रवाना हुई। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (अपराध शाखा) श्री देवेश चन्द्र श्रीवास्तव ने करीब 3129 संग्रहित अस्थि कलशों को पुष्पांजलि अर्पित कर विदा किया।
संतों-महंतों की अगुवाई में वैदिक रीति से मंत्रोच्चारण के साथ महाकाल के भव्य रथ को आगे बढ़ाया। परमपूज्य आनंद विभूषित श्री 1008 डा.राजेश ओझा जी महाराज,राजमाता झंडेवाली माता मंदिर गोरखपार्क के महंत श्री राजेश्वरानंद जी महाराज,मरघट वाले बाबा श्री हनुमान मंदिर के महंत वरुण शर्मा,शिव नवग्रह मंदिर धाम, चांदनी चौक के महंत श्री शिवशंकर जी महाराज सहित अन्य संत महात्माओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।समिति के अध्यक्ष अनिल नरेंद्र ने बताया, कि लगातार 25 वर्षों में समिति ने 1,69,818 (एक लाख उनहत्तर हजार आठ सौ अठारह ) अस्थि कलशों को प्रतिवर्ष 100 किलो दूध की धारा व वैदिक रीति से सतीघाट पर विसर्जन किया है।
उन्होंने बताया,कि इन अस्थि कलशों में तीन बार पाकिस्तान से आए 695 अस्थि कलश भी शामिल हैं। महामंत्री एवं यात्रा संयोजक विजय शर्मा ने बताया कि यात्रा शहीदी पार्क आईटीओ से प्रारंभ होकर विकास मार्ग,प्रीत विहार, कड़कड़डूमा कोर्ट के बाहर से ओसवाल भवन, ज्वाला नगर, दिलशाद गार्डन होती हुई उत्तर प्रदेश सीमा में अप्सरा बार्डर से प्रवेश किया। कल 20 सितंबर को इन सभी अस्थि कलशों का कनखल सतीघाट पर 100 किलों दूध की धारा के साथ सामूहिक विसर्जन किया जाएगा कार्यक्रम में दीपक गुप्ता,किरणदीप कौर, योगेन्द्र सिंह मान,नमन शर्मा,वीर भाई रामनाथ लूथरा, सुनयना सिंह आदि का योगदान रहा।