असल न्यूज़: (नीति सेन) महिला स्टाफ का आरोप, पीछा करता है चिट्ठा मुंशी… SHO नहीं करते सुनवाई, दिल्ली में ये क्या द्वारका जिले के एक थाने की कथित महिला स्टाफ ने गुरुवार दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल कर चिट्ठा मुंशी पर गंभीर आरोप लगाए। पीड़िता का दावा था कि थाने के एसएचओ भी उनकी शिकायत नहीं सुनते हैं। वह चिट्ठा मुंशी का ही पक्ष लेते हैं। इस कॉल के बाद जिले में हड़कंप मच गया। आला अफसरों ने फौरन उस नंबर पर कॉल करने की कोशिश की, जिससे महिला स्टाफ के पास कॉल आई थी। हालांकि, वह नंबर शुक्रवार तक बंद मिला। यह मामला पूरे महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस अफसरों का कहना है कि इस कॉल के पीछे थाने के ही स्टाफ की ‘शरारत’ लग रही है, जिसका पता लगाया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह पीसीआर कॉल गुरुवार दोपहर करीब 2:22 बजे की गई थी। लेडी कॉलर ने खुद को स्टाफ से बताते हुए कहा कि वह थाने में तैनात है। आरोप लगाया कि थाने का चिट्ठा मुंशी मेरा पीछा करता है, डबल मीनिंग बातें करता है और अकेले में आने के लिए मजबूर करता है। एसएचओ साहब… सुनवाई नहीं करते हैं और वो भी चिट्ठा मुंशी की ही मानते हैं। इस कॉल को डीसीपी साहब के नॉलेज में डाल दीजिए, उनसे बात मैं खुद कर लूंगी। अपना नाम भी कल बताऊंगी।
इस कॉल के बाद थाने से लेकर हेडक्वॉर्टर तक में हड़कंप मच गया। यह पता लगाने की कोशिश की गई है कि आखिर वह लेडीज स्टाफ है कौन? क्या वाकई चिट्ठा मुंशी ऐसा करता है और एसएचओ सुनवाई नहीं करते हैं? इसे लेकर तमाम तरह की चर्चाएं शुक्रवार को भी महकमे में होती रही। एनबीटी ने कॉल की सचाई जानने के लिए कॉलर के नंबर 850XXXX528 पर शुक्रवार को कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन स्विच ऑफ मिला। लिहाजा महिला स्टाफ का पता नहीं लग सका। दूसरी तरफ, महकमे में इसे लेकर भी चर्चा रही कि अब महिला स्टाफ से काम लेने में इस तरह की मुश्किलें भी आ रही हैं।