असल न्यूज़: तुलसी विवाह का आयोजन हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को होता है. तुलसी विवाह हमेशा सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में किया जाता है. इस दिन वृंदा यानि तुलसी का विवाह भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम से कराया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी विवाह कराने से वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं. जिन लोगों के विवाह में देरी हो रही है या किसी कारण से कोई परेशानी आ रही है तो वे भी दूर होती है. इस बार तुलसी विवाह 2 नवंबर को है या 3 नवंबर को? आइए जानते हैं कि तुलसी विवाह की सही तारीख क्या है? तुलसी विवाह का मुहूर्त क्या है?
तुलसी विवाह की तारीख
उज्जैन स्थिति महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी के अनुसार, इस बार तुलसी विवाह के लिए कार्तिक शुक्ल द्वादशी तिथि 2 नवंबर को सुबह 7 बजकर 31 मिनट से शुरू हो रही है और यह 3 नवंबर को सुबह 5 बजकर 7 मिनट पर खत्म हो जाएगी. ऐसे में उदयातिथि और प्रदोष मुहूर्त के आधार पर देखा जाए तो इस साल तुलसी विवाह 2 नवंबर रविवार का है.

