असल न्यूज़: गाजियाबाद के थाना विजयनगर पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर हरिराम की हत्या का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 20 नवंबर 2025 को दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर अंतरिक्ष बिल्डिंग के सामने हरिराम कश्यप उसकी स्विफ्ट डिजायर टैक्सी गाड़ी में पीछे की सीट पर मिला था. सीसीटीवी सर्विलेंस और मैनुअल इनपुट के आधार पर पुलिस ने मामले का खुलासा किया है.
पुलिस द्वारा मामले का खुलासा करने के लिए कई टीमों का गठन किया गया था. गाड़ी की लोकेशन ट्रेस करने के लिए पुलिस द्वारा सैकड़ो सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया. पुलिस के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला की 20 नवंबर 2025 की सुबह स्विफ्ट डिजायर कार दिल्ली के नजफगढ़ इलाके से चली थी. गोविंदा और शनि इस कार में ड्राइवर हरिराम पोद्दार के साथ सवार हुए थे. बीच रास्ते में कार को लूटने के उद्देश्य से गोविंदा और शनि ने हरिराम की हत्या कर दी. शनि और गोविंदा को अपहरण करने के लिए कार का इस्तेमाल करना था.
टैक्सी ड्राइवर की हत्या का मामला
गोविंद दिल्ली के नजफगढ़ थाना क्षेत्र के लक्ष्मी विहार इलाके में विपुल के मकान में किराए पर रहा करता था. अरविंद को विपुल के व्यवसाय के बारे में काफी जानकारी थी. अरविंद को लगता था कि विपुल का सप्लाई का काम अच्छा चल रहा है और खूब आमदनी हो रही है. अरविंद ने अपने साथी शनि से संपर्क किया और विपुल के 11 साल के बेटे का अपहरण करने की योजना बनाने के लिए रेकी की. विपुल के बेटे के अपहरण के लिए कार की जरूरत थी लेकिन अरविंद के पास कर मौजूद नहीं थी.
11 साल के बच्चे को किडनैप करने का भी था प्लान:
कार का इंतजाम करने के लिए गोविंद ने ₹3200 में दिल्ली से अलीगढ़ के लिए टैक्सी बुक की थी. गोविंदा और शनि की योजना थी की टैक्सी चालक से टैक्सी छीन लेंगे. इसके बाद अपहरण की घटना को अंजाम देंगे. 20 नवंबर 2025 को हरिराम की टैक्सी से शनि और गोविंद अलीगढ़ के लिए रवाना हुए. रास्ते में शनि और गोविंद ने हरिराम से टैक्सी लूटने की कोशिश की, इसी बीच हाथापाई हुई. हरिराम विरोध करने लगा तो दोनों ने उसे गला दबाकर मार डाला. इसके बाद गोविंदा और शनि कार को लाश में लेकर ही विपुल के बेटे के स्कूल तक गए लेकिन उसे दिन विपुल का बेटा स्कूल नहीं गया था. गोविंदा और शनि की योजना फेल हो गई.
गोविंदा और शनि ने कार चालक हरि राम को दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाड़ी साइड में लगाकर गाड़ी की आरसी, आधार कार्ड और मोबाइल फोन पिछली सीट पर डालकर भाग गए. गोविंद और शनि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं के रहने वाले हैं. गोविंद विपुल के बेटे के स्कूल आने और जाने के समय को नोट किया करता था.
टैक्सी ड्राइवर हरिराम की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने गोविंद और शनि को गिरफ्तार किया है. टैक्सी लूटने के लिए हरे राम की गला दबाकर हत्या की गई थी ताकि टैक्सी का इस्तेमाल विपुल के बेटे के अपहरण करने के लिए किया जा सके. गोविंदा और शनि आपस में दोस्त हैं. गोविंद विपुल के मकान में किराए पर रहता था और विपुल के कारोबार के बारे में तमाम जानकारी रखता था. गोविंदा की योजना विपुल के बेटे का अपहरण करने की थी ताकि विपुल के बेटे का अपहरण कर फिरौती वसूली जा सके.”

