असल न्यूज़: गुजरात पुलिस ने 804 रुपये के अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड केस में 6 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और सीआईडी क्राइम की टीम ने पकड़ने में सफलता हासिल की है.
बताया जाता है कि आरोपियों के द्वारा भारत के अलग-अलग राज्यों के लोगों को नए बैंक खाता खुलवाने का लालच देकर, उनके किट और सिम कार्ड लेकर दुबई भेज दिया जाता था. यह गैंग अब तक दुबई से इंटरनेट के जरिए भारत में करीब 804 करोड़ रुपये के कुल 1549 साइबर क्राइम कर चुका है.
इसी कड़ी में सूरत में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसी मामले की जांच के दौरान 6 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
आरोपियों ने आपराधिक साजिश रचकर पैसे का फायदा उठाने के मकसद से पिछले एक साल से कई बैंकों में बड़ी संख्या में खाते खोले थे, ताकि दूसरे लोगों को अपनी पहचान छिपाने का लालच देकर ठगा जा सके.
इतना ही नहीं खाता धारकों से उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों के नए बैंक किट और सिम कार्ड लेकर उसे दुबई भेज दिया जाता था. वहीं दुबई में बैठे मुख्य मास्टरमाइंड इन किट और सिम कार्ड का प्रयोग करके भारत में ऑनलाइन ठगी करते थे. ठगी से मिले पैसे इन खातों में जमा किए जाते थे, फिर अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करके निकाले जाते थे. यह गैंग स्क्रैप बिजनेस की आड़ में साइबर फ्रॉड का पैसा भी लेता था.
मुख्य आरोपी दुबई में
इस केस में गिरफ्तार मुख्य आरोपियों में साजेब फिरोजभाई खेरानी, सोहिल सदरुद्दीन वाधवानिया और अमीनभाई अकबरभाई भयानी शामिल हैं. इन तीनों ने मास्टरमाइंड आमिर अल्ताफ हालानी (अभी दुबई में) के कहने पर स्क्रैप मेटल ट्रेडिंग की आड़ में 200 से अधिक ट्रक स्क्रैप मेटल (कुल कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक) भेजे थे और साइबर फ्रॉड का पैसा कैश में लेकर मनी लॉन्ड्रिंग का काम किया था. साथ ही आरोपी साजेब खेरानी ने सबूत मिटाने के लिए अपना मोबाइल फोन फेंक दिया था.
बैंक खाते व सिम कार्ड पर मिलता था कमीशन
दूसरी तरफ कमलेश अशोक सेन और सागर अशोक सेन दोनों ने आमिर हालानी को 270 से अधिक बैंक खाते और 300 से अधिक सिम कार्ड दिए थे और हर सिम कार्ड पर 1000 रुपये और हर बैंक किट पर 50,000 रुपये तक का कमीशन लिया था. आरोपी राहुल कुमार राजेश कुमार अग्रवाल ने इन खातों को एक्सेस किया, उनमें जमा किए गए ठगी के पैसे निकाले और आमिर हालानी को भेजे और पेमेंट प्रोसेसर के तौर पर काम किया, हर ट्रांजैक्शन पर 1 प्रतिशत कमीशन लिया.
जब्त किया गया सामान
मोबाइल फोन – 6 पीस
गिरफ्तार आरोपी
कमलेश अशोक सेन (सूरत)
सागर अशोक सेन (सूरत)
राहुल कुमार राजेश कुमार अग्रवाल (देवगढ़ बारिया)
सज़ेब फिरोज़भाई खेरानी (सूरत)
सोहिल सदरुद्दीन वाधवानिया (सूरत)
अमीनभाई अकबरभाई भयानी (सूरत)
काम करने का तरीका
यह गैंग इन तरीकों से गलत पहचान बनाकर एसएमएस, वाट्सऐप, टेलीग्राम आदि के जरिए लोगों को ठग रहा था
डिजिटल अरेस्ट
• इन्वेस्टमेंट फ्रॉड
• UPI से जुड़ा फ्रॉड
• डिपॉज़िट फ्रॉड
• लोन फ्रॉड
• पार्ट-टाइम जॉब फ्रॉड
इस चल रही जांच में, दुबई के मास्टरमाइंड आमिर अल्ताफ हालानी की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल के साथ भी तालमेल किया जा रहा है.

