असल न्यूज़: राजधानी की हवा फिर जानलेवा हो गई है। संडे को कई इलाकों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार ही दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। हालात ऐसे हैं कि खुले में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। आंखों में जलन, गले में खराश और सांस फूलने की शिकायत बढ़ गई है।
इन्हें हो रही सबसे ज्यादा परेशानी
सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्ग और सांस के मरीजों को हो रही है। सड़क से लेकर आसमान तक में स्मॉग की चादर है। स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने अपील की है कि लोग फिलहाल मॉर्निंग वॉक को अवॉइड करें। डॉक्टरों का कहना है कि मौजूदा स्थिति में ज्यादा देर बाहर रहना हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ा सकता है।
सांस के साथ फेफड़ों में पहुंच रहे जहरीले कण
बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डॉक्टर अनिमेष आर्य ने बताया कि दिल्ली में AQI 400 को भी पार कर चुका है। ऐसी स्थिति में मॉर्निंग वॉक करना सेहत के लिए, सुरक्षित नहीं है। इस वक्त हवा में बेहद बारीक और जहरीले कण (PM2.5, PM10) की मात्रा अधिक होती है, जो सांस के साथ फेफड़ों में पहुंच जाते हैं।
डॉक्टर बोले- हार्ट अटैक का खतरा
डॉ. अनिमेष ने बताया कि AQ1 400 पार होने पर बाहर निकलकर एक्सरसाइज करने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम भी बढ़ सकता है। इसलिए अभी मॉर्निंग वॉक टाल देना ही समझदारी है। अगर बाहर जाना बेहद जरूरी हो, तो N95 या उससे बेहतर मास्क का इस्तेमाल करें। पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है। इसके अलावा, अभी बच्चों को भी बाहर खेलने से रोकें।
बीपी के मरीज बढ़े
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. सुभाष गिरि बताते हैं कि इस वक्त मरीजों के लिए ही नहीं, आम लोगो के लिए भी सास लेना मुश्किल हो गया है। पलूशन बढ़ने की वजह से ओपीडी में डिमेशिया, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से ग्रसित मरीजों की बीमारी अनकट्रोल हो रही है। इससे मरीजों की स्थिति गंभीर हो रही है। इसके अलावा लंग्स की बीमारी से जूझ रहे मरीज जैसे सीओपीडी, बोकाइटिस की दिक्कत बढ़ गई है।
इन बातों का रखें ध्यान
एयर प्यूरीफायर या वेटिलेशन का इस्तेमाल करे।
प्रेग्नेंट महिलाएं और एलर्जी पीड़ित घर से न निकले
आंखों और नाक को साफ रखें, बच्चों व बुजुर्गों की देखभाल करें।
पलूशन बढ़ने पर सुबह और शाम टहलने से परहेज करें
घर के अंदर रहें और खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें।

