असल न्यूज़: दिल्ली के 1700 से अधिक निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी व पहली कक्षा में सामान्य सीटों पर दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। अब शिक्षा निदेशालय ने इन स्कूलों में आर्थिक पिछड़े वर्ग-वंचित वर्ग के ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया की तैयारी भी शुरू कर दी है। शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला उपशिक्षा अधिकारियों से स्कूलों की सही जीपीएस लोकेशन व सीटों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। इसके लिए उन्हें 20 दिसंबर तक का समय दिया गया है।
इस साल इन वर्गों के बच्चों के लिए आवेदन प्रक्रिया फरवरी तक शुरू हो सकती है। इससे पहले दाखिला संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। बीते सालों की तरह ही दाखिले ऑनलाइन होंगे। शिक्षा निदेशालय में निजी स्कूल शाखा के उपशिक्षा शिक्षा निदेशक राजपाल सिंह की ओर से सभी जिला उपशिक्षा निदेशकों को एक परिपत्र जारी किया गया है। इसमें उन्हें निर्देशित किया गया है कि वह निजी स्कूलों के संबंध में सभी जानकारी व उनकी सूची 20 दिसंबर तक उपलब्ध कराएं। इसके लिए एक फॉर्मेट भी जारी किया गया है जिसमें उन्हें सभी जानकारी देनी है।
इसमें उन्हें बताने को कहा गया है कि स्कूल में सामान्य, आर्थिक पिछड़े वर्ग, वंचित वर्ग व विशेष जरूरत वाले बच्चों के लिए कुल कितनी सीटें हैं। इन वर्गों की कितनी सीटें बीते साल बची और इन्हें शैक्षणिक सत्र 2026-27 के दाखिले के लिए जोड़ा गया है। इसे अलग-अलग वर्ग के हिसाब से बताने को कहा गया है। वहीं, स्कूलों की सही जीपीएस लोकेशन भी उपलब्ध करानी होगी जिसमें स्कूल के अक्षांश (लेटेट्यूट) व देशांतर (लांगिट्यूड) का पता चल सके। इससे बच्चे के सीट आवंटन में दिक्कत नहीं आएगी।
साथ ही सूची में जो नए स्कूल जुड़े हों या फिर स्कूल किसी दूसरे परिसर में शिफ्ट हुआ हो, उसकी जानकारी देनी होगी। इससे ऑनलाइन दाखिले के समय अभिभावकों को स्कूल का चयन करने में दिक्कत नहीं आएगी। परिपत्र में स्पष्ट किया गया है कि सभी जिला उपशिक्षा अधिकारी तय तिथि तक हर हाल में जानकारी उपलब्ध करा दें, जिससे कि समय से ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रक्रिया शुरू की जा सके। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी व पहली कक्षा में आर्थिक पिछड़े वर्ग (ईडब्लयूएस) व वंचित वर्ग(डीजी), दिव्यांग श्रेणी की 25 फीसदी सीटों निर्धारित हैं। इन वर्गों के दाखिले सेंट्रलाइज्ड होते हैं और ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से बच्चे को स्कूल का आवंटन किया जाता है।

