असल न्यूज़: गुरुद्वारा बंगला साहिब के लाइब्रेरी डिपार्टमेंट की मैनेजर जसविंदर कौर को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने करीब 2 लाख 50 हजार रुपये की चपत लगा दी। आरोपियों ने खुद को आईपीएस और सीबीआई अधिकारी बताया और उनके बैंक अकाउंट में गलत ट्रांजैक्शन होने का डर दिखाकर पूरी रकम अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा ली। कुछ समय बाद भी जब पीड़ित के रुपये नहीं लौटे तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। 24 जुलाई को उन्होंने नई दिल्ली साइबर पुलिस थाने में ठगी का मामला दर्ज कराया।
क्या है मामला
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 50 वर्षीय जसविंदर कौर अपने परिवार के साथ रकाबगंज गुरुद्वारे के स्टाफ क्वॉर्टर में रहती है। वह गुरुद्वारा बंगला साहिब के लाइब्रेरी डिपार्टमेंट में मैनेजर है। उनका आरोप है कि 29 जून को उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई, कॉल करने वाले ने खुद को टेलिकॉम अथॉरिटी रेगुलेटरी ऑफ इंडिया (TRAI) का अफसर बता उन्हें कहा कि आप लोगों को फोन करके धमकी देती है। जसविंदर कौर ने इससे साफ मना कर दिया। इस पर कॉल करने वाले ने कहा कि हमें मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन से सूचना मिली है कि आप लोगों को धमका रही है। हम आपकी कॉल कोलाबा पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के साथ जोड़ रहे हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग केस का भी दिया हवाला
कॉल करने वाले ने ये भी कहा कि यह मामला नेशनल सिक्यॉरिटी से जुड़ा है, इसलिए अगर बाहर हैं तो पहले अपने घर में एकांत जगह पर चली जाएं। वह फौरन घर आ गई। इसके बाद उनके वॉट्सऐप पर एक विडियो कॉल आई। इसमें दो लोग पुलिस की वर्दी में थे। एक ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताया। इसके बाद कॉल को दो अलग-अलग विडियो कॉल
से जोड़ा। उसमें से एक ने कहा कि वह सीबीआई अधिकारी है और उनका मामला नेशनल सिक्यॉरिटी से जुड़ा हुआ है। उसने बताया कि नीरज गोयल जेट एयरवेज के मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनका भी नाम आया है और उनके UCO बैंक अकाउंट में 68 मिलियन ट्रांसफर हुए हैं।
बैंक डिटेल लेकर, रुपये कर लिए ट्रांसफर
आरोपियों की बात सुनकर जसविंदर कौर ने कहा कि इस बैंक में उनका खाता नहीं है, लेकिन आरोपी नहीं माने। उन्होंने कहा कि आपके नाम पर ही बैंक अकाउंट है। कोर्ट में आप कैसे साबित करेंगी कि यह आपका खाता नहीं है। क्योंकि जसविंदर का कुछ दिन पहले पैन कार्ड और आधार कार्ड गुम हो गया था, इसलिए वह डर गई। यह देखकर आरोपियों ने रात भर विडियो कॉल न काटने की धमकी दी। फिर उनके बैंक अकाउंट की डिटेल लेकर 2 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए। आरोपियों ने कहा कि कुछ देर बाद आपके रुपये वापस मिल जाएंगे और अगर वह इस फ्रॉड में शामिल नहीं है तो उन्हें वे बचा भी लेंगे। काफी देर बाद भी जब रुपये वापस नहीं आए। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ।