असल न्यूज़। राजधानी दिल्ली की लाहौरी गेट थाना पुलिस ने कारोबारी के कर्मचारी को 23.37 लाख रुपए देखकर लालच आ गया और नशीला पदार्थ सुंघाकर लूट की फर्जी कहानी भी सुना दी। लाहौरी गेट पुलिस ने 500 सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल सर्विलांस की मदद से महज 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपी आकाश है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चोरी की गई पूरी रकम बरामद कर ली गई है।
उत्तरी जिला डीसीपी राजा बॉठिया ने बताया कि थाना प्रभारी इंस्पेक्टर योगेश्वर सिंह और इंस्पेक्टर विकास यादव (जांच अधिकारी) की देखरेख में गठित टीम एसआई संदीप माथुर व अन्य ने शिकायत के बाद लगभग 500 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में वह चर्च मिशन चौक की गलियों से होते हुए पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जा रहा था और बैग भी उसी के पास था। पूछताछ में उसने नई कहानी गढ़ते हुए बताया कि वह रेलवे स्टेशन के बाहर से लाल किला जाने के लिए एक आटो-रिक्शा में बैठा था.
23.37 लाख रुपए देखकर आ गया लालच नशीला पदार्थ सुंघाकर लूट की फर्जी सुनाई कहानी गिरफ्तार
जहां उसने एक अन्य कर्मचारी को नकदी वाला बैग सौंप दिया। टीम ने रास्ते के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें वह आटो में बैठता दिखा। इसके बाद सहकर्मी का पता लगाकर पूछताछ की गई, जिसने बताया कि वह उसे फंसा रहा है। आकाश ने पीसीआर कॉल कर बताया गया कि किसी ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास नशीला पदार्थ सुंघाकर कैश व मोबाइल फोन लूट लिया है। आकाश ने बताया कि वह बेहोश होने के बाद वहीं फुटपाथ पर पड़ा हुआ था। होश आते ही उसने अपने मालिक को सूचना दी है। आकाश का कॉल आने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। वह बार-बार बदल-बदलकर नई कहानी सुना रहा था। पुलिस ने उसके बयान की पुष्टि करने के लिए करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला।
फुटेज में वह चर्च मिशन चौक की गलियों से होते हुए पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाता हुआ दिखा और बैग भी उसके पास था। लगातार पूछताछ करने के बाद आरोपी टूट गया और उसने अपराध कबूल कर लिया। बाद में आकाश की निशानदेही पर पुलिस ने खोड़ा कालोनी से कैश बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया, पुलिस के पास 18 सितंबर को लाजपत राय मार्केट में घडिय़ों का कारोबार करने वाले संजय अग्रवाल ने पुलिस को एक शिकायत दी थी। पीडि़त ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने अपने कर्मचारी आकाश को फतेहपुरी, कटरा बारियां स्थित अपने दफ्तर से 23.37 लाख रुपये लेकर एक अन्य व्यक्ति को देने के लिए कहा था। काफी समय बीतने के बाद भी आकाश ने कैश उस व्यक्ति को नहीं पहुंचाया और उसने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर लिया।