असल न्यूज़: दिल्ली में जहरीली होती हवा के बीच सरकार ने प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए अब तक का सबसे कड़ा फैसला लिया है। राजधानी में गुरुवार से बिना वैध PUC (Pollution Under Control Certificate) वाले वाहनों को पेट्रोल-डीज़ल नहीं मिलेगा। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने साफ किया कि जनता की सेहत से कोई समझौता नहीं होगा और नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीते तीन दिनों तक AQI ‘Severe’ श्रेणी में बना रहा, हालांकि मंगलवार को इसमें थोड़ी राहत दिखी और स्तर ‘Very Poor’ तक आया। बावजूद इसके हालात अभी भी बेहद चिंताजनक हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में जारी कुल चालानों में से 54,615 चालान सिर्फ बिना PUC के वाहन चलाने पर काटे गए, जो कुल चालानों का 17% है। यह आंकड़ा साफ दिखाता है कि प्रदूषण फैलाने में वाहनों की बड़ी भूमिका है।
सिरसा ने दी सरकार के फैसले की जानकारी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री सिरसा ने कहा कि 9–10 महीनों में AQI को पूरी तरह कंट्रोल करना किसी भी सरकार के लिए आसान नहीं, लेकिन मौजूदा सरकार हालात सुधारने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने पिछली सरकार पर प्रदूषण को लेकर लापरवाही का आरोप भी लगाया और कहा कि अब बीमारी का इलाज किया जा रहा है, सिर्फ बयानबाजी नहीं। उन्होंने सवाल उठाया कि दिसंबर में वास्तव में कितने दिन पूरी तरह साफ रहे हैं, यह भी देखने की जरूरत है।
सिरसा ने क्या-क्या कहा
सरकार द्वारा उठाए गए सख्त कदमों का जिक्र करते हुए मंत्री ने बताया कि कूड़े के पहाड़ की ऊंचाई 15 मीटर तक कम की जा चुकी है और 202 एकड़ में से 45 एकड़ क्षेत्र साफ किया गया है। औद्योगिक क्षेत्रों में नॉन-कनफॉर्मिंग इकाइयों पर कार्रवाई करते हुए DPCC ने 2,000 से अधिक नोटिस जारी किए हैं, जिन पर 9 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया है। बायोगैस को बढ़ावा देने के लिए 10,000 हीटर वितरित किए गए हैं और 3,200 डीज़ल जनरेटरों पर कार्रवाई हुई है। दिल्ली में 5,300 में से 3,427 इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जा चुकी हैं और PUCC न होने पर 7 लाख से अधिक चालान काटे गए हैं। साथ ही वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम गठित की गई है, जिसने 12 तारीख को पहली बैठक की। सख्त निर्देशों के तहत परसों से बिना PUCC वाले वाहनों को पेट्रोल नहीं मिलेगा, निर्माण सामग्री लेकर आने वाले ट्रक सील किए जाएंगे और BS-6 से कम मानक वाले सभी वाहन, चाहे निजी हों, सील किए जाएंगे।

