असल न्यूज़: शाहदरा जिला पुलिस ने हाईटेक तकनीक की ओर शानदार कदम बढ़ाया है। जिले में लगे एनसीआर कैमरे बदमाश के आने और वारदात के बाद जाने का रूट मैप स्वत: व तुरंत पुलिसकर्मियों को उपलब्ध करा देंगे। इससे पुलिस बदमाशों को कुछ ही समय में पकड़ लेगी। अभी तक पुलिस बदमाशों को पकड़ने के लिए कई दिनों तक सीसीटीवी कैमरे खंगालती थी। बदमाशों के आने व वारदात के बाद जाने का रूट पता करने में हजारों कैमरे देखने पड़ते थे। जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि शाहदरा जिला पुलिस ने एनपीआर कैमरों वाली तकनीक से पिछले कुछ ही महीनों में 80 केस तुरंत सुलझाए हैं।
शाहदरा जिला पुलिस ने पूरे जिले में 100 एनपीआर कैमरे लगा रखे हैं। कुछ दिनों मेें और 50 कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे जिले के दूसरे राज्यों की सीमाओं और पड़ोसी जिले के आने-जाने वाले मार्गों पर लगाए गए हैं। ये आधुनिक कैमरे विवेक विहार, सीमापुरी, अप्सरा बॉर्डर, सूर्या साईं मंदिर आईआईटी विवेक विहार और जिले की सीमाओं पर लगाए हैं। सभी कैमरे इंटरनेट से जुड़े हुए हैं। इन कैमरों का कंट्रोल रूम विवेक विहार में है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब बदमाश किसी वाहन से वारदात करने जिले में घुसेंगे तो ये कैमरे रियल टाइम के तौर पर बदमाशों के आने का तुरंत पुलिसकर्मियों के ग्रुप में डाल देगा। इस ग्रुप में जिला डीसीपी, एसीपी व थानाध्यक्ष जुड़े हुए हैं। ये तकनीक बदमाश वारदात करने के बाद किस रूट से गए हैं वह भी तुरंत ग्रुप में डाल देंगे। जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने हर जिले में कुछ पुलिसकर्मियों की क्रेक टीम बना रखी है। बदमाशों को रूट मैप मिलने के बाद संबंधित थाने की क्रेक टीम को लगा दिया जाता है। रिटल टाइम अपडेट व रूट से पुलिसकर्मी बदमाश को तुरंत पकड़ लेते हैं।
इस तकनीक से ये हैं फायदे
बदमाश को पकड़ने में ज्यादा पुलिसकर्मियों को लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
जिले में आने-जाने वाले सभी वाहनों पर नजर रहेगी।
ये कैमरे खुद ही बदमाश का रूट मैप बनाकर तुरंत दे देंगे।
तकनीक के चलते जिले में ज्यादा अपराध नहीं होगा।
ये कैमरे बदमाश के वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर, वाहन का रंग और मेक भी बता देंगे।
ये कैमरे बदमाश के आने व जाने का समय भी बताएंगे।
मिलेगा रियल टाइम अपडेट
जिले में खासकर सीमाओं पर लगे सभी कैमरे इंटरनेट से जुडे़ हुए हैं। इससे बदमाश व उसके वाहन के बारे में रियल टाइम अपडेट मिलेगा। इससे कई बार बदमाशों को मौके पर ही पकड़ा गया है।
ये तकनीक रही सफल
शाहदरा जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये तकनीक काफी सफल रही है। इस तकनीक से 80 केस सुलझाए गए हैं। अब इसे पूरी दिल्ली में लागू किया जा सकता है।