असल न्यूज़: यदि आप रेल टिकट बुक करवा रहे हैं, तो एक बार टिकट कैंसिलेशन के नियम जरूर समझ लीजिएगा. यदि पूरी जानकारी नहीं है, तो हो सकता है की आपको टिकट रद्द करवाने के समय ज्यादा पैसे का भुगतान करना पड़े. टिकट कैंसिलेशन में ट्रेन के टाइम का बड़ा महत्व है. टिकट कब कैंसिल करवाई जा रही है. इस बारे में यदि जानकारी नहीं है, तो आपका ज्यादा पैसा बर्बाद हो सकता है. बीते कुछ सालों में ट्रेन टिकट कैंसिलेशन से ही रेलवे ने तो 1200 करोड़ से ज्यादा कमाई की है.
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टिकट कैंसिलेशन से मिला 1229 करोड़ का राजस्व
ज्यादातर लोग पहले ही ट्रेन की टिकट बुक करवा लेते हैं, क्योंकि ट्रेन में वेटिंग की समस्या होती है. 2021 से 2024 के बीच में रेलवे ने वेटिंग टिकट कैंसिलेशन से 1229 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया है. यह जानकारी एक आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक पांडे को रेलवे ने आरटीआई की एक एप्लीकेशन के बाद दी थी. यदि आप रेलवे की टिकट बुक करवा रहे हैं, तो कुछ नियमों को समझ लीजिए.
टिकट कैंसिलेशन पर कितना मिलेगा रिटर्न रिफंड
48 घंटे पहले यदि आपने रेलवे से टिकट ली और टिकट में आपकी बर्थ कंफर्म है. यात्रा के 48 घंटे पहले आप इसको कैंसिल करवाना चाहते हैं तो फर्स्ट एसी में ढाई सौ रुपए, सेकंड एसी में ₹200, थर्ड एसी में 180 रुपए, सेकंड क्लास स्लीपर में ₹120 और सामान्य टिकट पर आपको ₹60 कम मिलेगा.
48 से 12 घंटे के बीच में जैसे-जैसे कंफर्म टिकट को कैंसिल करवाने और ट्रेन के चलने के बीच का समय कम होता जाएगा. आपके पैसे वापसी की रकम भी कम होती जाएगी. 48 से 12 घंटे के बीच में आपके ऊपर दिए हुए पैसे में और 25 प्रतिशत ज्यादा देना होगा.
12 घंटे से 4 घंटे के पहले यदि कोई कंफर्म टिकट यात्रा करने के 12 से 4 घंटे के बीच में कैंसिल करवाई जाएगी तो ऊपर दी हुई राशि का 50% और खर्चा आपको देना होगा. मान लो आप 4 घंटे पहले अपनी टिकट रद्द नहीं करवा पाए, तो ऐसी स्थिति में रेलवे आपको कोई पैसा भुगतान नहीं करेगा.
इस स्थिति में 3 घंटे पहले करा सकते हैं टिकट कैंसिल
टिकट यदि रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन है या फिर वेटिंग लिस्ट में है. ऐसी स्थिति में ट्रेन के वास्तविक समय से 3 घंटे पहले आपको टिकट कैंसिल करवाने का अधिकार है. इसमें भी रेलवे आपसे टिकट बनाने की राशि तो काट ही लेगा. इसके बाद भी यदि आप टिकट कैंसिल नहीं करवा पाते हैं, तो आपको कोई पैसा भुगतान नहीं किया जाएगा.
ट्रेन में एक माह बाद जगह मिलेगी या नहीं मिलेगी यह तय नहीं होता. इसलिए मजबूरी में लोगों को टिकट बुक करवानी पड़ती है. लोग इस बात को जानते हैं कि उनका नुकसान होगा. उसके बाद भी कोई टिकट बुक करवाते हैं, बढ़ती महंगाई में रेलवे के अलावा यात्रा करने का कोई दूसरा बेहतर विकल्प नहीं है. सड़क यात्रा रेलवे की अपेक्षा बहुत महंगी पड़ती है. इसलिए लोग रेल यात्रा करते हैं.