नई दिल्ली (सं.)।श्री देवोत्थान सेवा समिति (पंजी.)के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनिल नरेन्द्र ने केरल के वायनाड में आई प्राकृतिक आपदा में मारे गए सैकड़ों नागरिकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस संदर्भ में इस प्राकृतिक आपदा में मारे गए अनामी शवो के दाह संस्कार और अस्थि कलशों को वहां से लाकर कनखल, सतीघाट, हरिद्वार में मां गंगा के आंचल में मोक्ष कराने के संकल्प को दोहराया है। श्री नरेन्द्र ने कहा,कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल यहां से केरला भेजा जाएगा,जो वहां की सरकार से बात करके इन कलशों को सम्मानपूर्वक लाकर उनको मोक्ष कराने का काम करेगी।
समिति के राष्ट्रीय महामंत्री विजय शर्मा ने बताया,कि दक्षिण भारत के इस राज्य में भाषा को समझने में कठिनाई ना हो, इसके लिए समिति के दक्षिण भारत प्रमुख एडवोकेट एच.पी.राव को इसकी जिम्मेदारी दी गई है,जिसे वो कानून सम्मत समझकर अनाम अस्थि कलशों को लाने की प्रक्रिया करेंगे। श्री शर्मा ने कहा,कि इस कार्य के लिए एडवोकेट श्री एच.पी.राव के साथ एडवोकेट राणा कुशल पाल सिंह, श्रीमती सिंधु एएस, अमित जैन और देवेन्द्र सिंह को नियुक्त किया गया है।
गौरतलब है,कि समिति पिछले 22 वर्षों में पाकिस्तान में रह रहे हिन्दू सिख भाईयो के कुल 295 अस्थि कलशों के साथ करीब 1,61,161 अनाम लोगों के अस्थि कलशों को वैदिक रीति के अनुसार प्रतिवर्ष पितृपक्ष के दो दिनो में 100 किलो दूध की धारा के साथ उनका विसर्जन करती आ रही है,इस बार भी यह यात्रा 27 सितम्बर 2024 शुक्रवार को बैंड बाजो व भव्य झांकियो के साथ हजारों अस्थि कलशों के साथ हरिद्वार के लिए रवाना होगी, जहां 28 सितम्बर 2024 शनिवार को सभी अस्थि कलशों का सतीघाट, कनखल, हरिद्वार में विसर्जन किया जाएगा।बैठक में संगठन मंत्री दीपक गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी ने भी अपनी बात रखी।