असल न्यूज़: शराब घोटाले ने मनीष सिसोदिया, संजय सिंह के बाद अब न सिर्फ अरविंद केजरीवाल को बल्कि आम आदमी पार्टी भी संकट में घिरती जा रही है ED ने इसको अपराध में शामिल किया है.
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी की ED ने एक कंपनी से तुलना की है और उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को इसका CEO बताया है.
परिवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल की रिमांड मांगते वक्त कोर्ट में कहा कि इस तरीके से आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के लिए मनी लॉटरी का अपराध किया और इसके लिए (PMLA) की धारा-70 के तहत मामला बनता है यह धारा कंपनियों से संबंधित मामलों में लगाई जाती है
वही एजेंसी का कहना है कि इस तरह केजरीवाल और आम आदमी पार्टी दोनों पर पीएमएलए की धारा-70 के तहत केस बनता है यह पहली बार है कि जब पीएमएलए केस में किसी राजनीतिक दल को शामिल बताया गया है जानकारों का कहना है कि ED की के इस रुख से आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा संकट उत्पन्न हो सकता है, यदि ED की ओर से लगाए जा रहे आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो चुनाव आयोग की तरफ से पार्टी की मान्यता रद्द की जा सकती है बाकी पार्टी के भविष्य का फैसला आने वाले अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा