असल न्यूज़: हिंदी सिनेमा में पुनर्जन्म और बदला लेने की कहानियां तो कई बार एक्सप्लोर की जा चुकी हैं मगर दशकों से बनाई जाती रहीं उन सभी फ़िल्मों से काफ़ी अलग फ़िल्म आई है. नाम है ‘लव यूं शंकर’. शिव की आराधना और बनारस की पृष्ठभूमि पर बनी, भक्ति भाव की अनोखी छटां बिखेरनी वाली ‘लव यू शंकर’ महज बदले की असाधारण कहानी नहीं है, बल्कि इस फिल्म में मनोरंजन की भी भरपूर गुंजाइश है. जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखने में कामयाब साबित होगी.
‘लव यूं शंकर’ एक 10 साल के बच्चे शिवांश की कहानी है जो अपने माता-पिता के साथ विदेश में रहता है और वहीं पढ़ता है. एक दिन फुटबॉल मैच खेलने के दौरान उसे सिर पर चोट लग जाती है और फिर इलाज के दौरान इस बात का खुलासा होता है कि वो किसी रूद्र नाम के शख़्स का पुनर्जन्म लेकर इस दुनिया में आया है. उसे पिछले जन्म से जुड़ी तरह-तरह की चीजें दिखाई देने लग जाती हैं जिसका सीधा संबंध बनारस से होता है. ऐसे में पुनर्जन्म की हकीकत को पूरी तरह से समझने के लिए शिवांश को शिव की नगरी बनारस ले जाया जाता है जहां उसे अपने पिछले जन्म की तमाम बातें एक-एक कर याद आने लगती हैं. धीरे-धीरे उसे 20 साल पहले हुई अपनी हत्या का राज़ भी मालूम पड़ जाता है. इसके बाद बालक शिवांश किस तरह से अपनी हत्या का बदला भगवान शिव के बाल स्वरूप की मदद से लेता है, इसे बड़े ही दिलचस्प तरीके से कहानी में पिरोया गया है.
शिवांश के दोस्त के रूप में उसकी मदद करने वाले भगवान शिव के बाल रूप को एनिमेशन के ज़रिए दिखाया गया है जो इस फ़िल्म को और भी मज़ेदार और मनोरंजक बनाता है. लाजवाब एनिमेशन को जीवंत कलाकारों के साथ पेश करना कोई आसान काम नहीं है. मगर निर्देशक राजीव एस. रूईया के निर्देशन का कमाल दोनों के इस संगम को अनूठा बना रहा है. रूद्र के रूप में श्रेयस तलपड़े ने कमाल का काम किया है. रूद्र की पत्नी गीत के रूप में तनीषा मुखर्जी को देखकर एक बार भी ये यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि ये वही तनीषा हैं जिनकी इमेज हमेशा से ग्लैमरस हीरोइन के रूप में रही है. फिल्म में उनकी एक्टिंग सराहनीय है.
कहां देखें ये फिल्म?
‘लव यू शंकर’ के विलेन के अपने किरदार को बड़े ही ख़ूंखार और पूरे कनविक्शन के साथ अभिमन्यु सिंह ने निभाया है. संजय मिश्रा ने जटाशंकर और हेमंत पांडे ने माधव के रूप में अपने-अपने किरदारों के साथ पूरा न्याय किया है. शिवांश के रूप में पुनर्जन्म लेने वाले बच्चे के रूप में मन गांधी ने एक बेहद परिपक्व परफॉर्मेंस दी है जिसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम ही होगी. एक बच्चे के रूप में शिव के बाल स्वरूप के एनिमेटेड अवतार के साथ उसकी दोस्ती से जुड़े सीन्स देखने लायक हैं. बता दें कि निर्देशक राजीव एस. रूईया ने ‘लव यू शंकर’ के रूप में पुनर्जन्म और भगवान शिव से जुड़ी लोगों की आस्था के मिश्रण से एक ऐसी फ़िल्म बनाई है जो छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक, परिवार के हरेक सदस्य को पसंद आएगी. इस फ़िल्म को सिनेमा के बड़े पर्दे पर जरूर देखें.